जीत : PETA एशिया की अपील पर मलेशिया में क्रूर जल्लीकट्टू का आयोजन रद्द
जल्लीकट्टू आयोजन पर मिली एक जानकारी कि मलेशिया का एस्ट्रो टेलीवीजन चैनल इस माह सेलेंगर तुर्फ क्लब में होने वाले एक जल्लीकट्टू आयोजन को प्रसारित करने की योजना बना रहा है, PETA एशिया ने इस चैनल को जानकारी दी कि जल्लीकट्टू का प्रसारण “मलेशिया पशु कल्याण अधिनियम 2015” का उलंघन होगा जिसमे जानवरों को क्रूरता के साथ पीटना, लात मारना, उन पर अत्यधिक बोझा ढ़ोना, प्रताड़ित करना या उनको डराना अपराध है। इसके जवाब में, एस्ट्रो चैनल ने इस कार्यक्रम के प्रसारण से मना कर दिया व जल्लीकट्टू प्रतियोगिता रद्द हो गयी।
भारतीय पशु कल्याण बोर्ड द्वारा अधिकृत जांचकर्ताओं ने जल्लीकट्टू आयोजनों पर अपनी जांच में पाया की डरे-सहमे बैलों को विचलित किए जाने हेतु अक्सर उन्हे मादक शराब पिलाई जाती है व उनकी पुंछ को खींचा या मरोड़ा जाता है। जांचकर्ताओं ने यह भी खुलासा किया कि इन बैलों को चाबुक, छड़ों, नुकीले डंडों तथा घूंसो से मारा गया, लोग उनके ऊपर कूद जाते थे व इनको जबरन खींचकर प्रतियोगिता वाले ग्राउंड में लाया जाता था।
अनगिनत बैलों को चोट और पीड़ा पहुंचाने के साथ-साथ जल्लीकट्टू मनुष्य प्रतिभागियों को भी चोटिल करने के लिए प्रसिद्ध है। तामिलनाडू सरकार द्वारा जनवरी 2017 में “प्रीवेनशन ऑफ क्रूएलिटी टू एनिमल्स (तामिलनाडू संशोधन) एक्ट पास कर राज्य में जल्लीकट्टू आयोजनों को पुनः स्वीकृति प्रदान करने के महज कुछ माह के अंदर ही राज्य में जल्लीकट्टू से 22 मनुष्यों की मौत, हज़ारों चोटिल व अनेकों बैलों की मृत्यु हो चुकी है।
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