इस “विश्व महासागर दिवस” (वर्ल्ड ओशियन डे) पर कुछ खास करना चाहते हैं, वीगन अपनाएं।
8 जून “विश्व महासागर दिवस” के रूप में मनाया जाता है, इस वर्ष हम सबके पास एक अवसर है की समुद्र के अंदर की दुनिया की परवाह करते हुए उसको बचाने के उपायों के बारें में सोचे। दुनियाभर के महासागरों की वर्तमान स्थिति बहुत गंभीर है किन्तु अच्छी बात यह है की आप वीगन होकर समुद्री वातावरण के विनाश को रोकने में मदद कर सकते हैं व समुद्री मछलियों एवं अन्य समुद्री जीवों को बचा सकते हैं।
व्यवसाय के लिए मछ्ली पकड़ना समुद्री पर्यावरण के लिए बहुत बड़ा खतरा है। मनुष्य प्रति वर्ष समुद्र से हजारों टन मछलियाँ निकाल लेता है जिसके परिणाम स्वरूप उनकी तादात कम हो जाती है व मछलियों की बहुत सी प्रजातियां लुप्त होने की कगार पर हैं। मछ्ली पकड़ने वाले लोग, जाल के साथ समुद्र में प्रवेश करते हैं, कोरल एवं समुद्री पौधों को नुकसान पहुँचाते हैं व उनके रास्ते में जो भी आता है उसे नष्ट कर देते हैं। एक अनुमान के अनुसार प्रतिवर्ष लगभग 300000 सीटेशियन (व्हेल, डोलफ़िन तथा सूंस) प्रजाति की बड़ी मछलियाँ जाल में फंसने के बाद सही से कैद करने की प्रक्रिया के दौरान मारी जाती हैं जबकि अनेकों कछुए, सील एवं पक्षी जाल में फंसने एवं हस्तांतरण के दौरान मर जाते हैं।
यह सच है की मछलियाँ एवं अन्य समुद्री जीव भी दर्द एवं पीड़ा महसूस करते हैं, किन्तु बिना उनकी चिंता किए कत्ल कर दिया जाता है। जब इन मछलियों को समुद्र से निकाला जाता है तो उनको अत्यधिक पीड़ा होती है, आंतरिक दबाव के कारण उनके तैरने वाले पंख टूट जाते हैं, उनके सिर से उनकी आंखे बाहर निकल आती हैं, उनके पेट का अंदरूनी हिस्सा उनके मुंह के रास्ते बाहर आ जाता है। जाल में फसे रहने से उनका दम घुट जाता है व अन्य अनेकों मछलियों का जीवित रहते हुए ही गला काट दिया जाता है। क्रिस्टेशियन जीव जैसे केकड़ा, झींगा व बर्नकल भी बेहद दर्द व पीड़ा महसूस करते है खासकर जब उन्हे समुद्र से बाहर निकाल कर काट अथवा उबाल दिया जाता है।
आप क्या कर सकते हैं-
आप वीगन अपनाकर इन जीवों की पीड़ा को समाप्त व पर्यावर्णीय दुष्प्रभावों को कम कर सकते हैं। बाज़ार में अब वीगन फिश फिंगर से लेकर वीगन फिश चिप्स जैसे वीगन उत्पादों की संख्या बढ़ती जा रही है, इसलिए वीगन अपनाना अब उतना मुश्किल काम नहीं है। आज ही PETA इंडिया की मुफ्त वीगन स्टार्टर किट ऑर्डर करें।