PETA इंडिया की शिकायत पर दिल्ली पुलिस ने शादी में इस्तेमाल होने वाले घोड़ों को नियंत्रित करने वाली मुंह की नुकीली लगाम जब्त की
PETA इंडिया की सहायता से दिल्ली पुलिस ने दिल्ली के कुछ व्यसत इलाकों जैसे ततरपुर, रजौरी गार्डेन, मोती नगर, मंगोलपुरी, सुल्तानपुरी, नागलोई, छतरपुर व मैदानगड़ी में दबिश देकर घोड़ों के मुंह के अंदर पहनाई जाने वाली नुकीली लगामें जब्त कर ली। यह यातना भरी लगाम मुख्यता शादी समारोह या घुड़सवारी हेतु इस्तेमाल होने वाले घोड़ों को नियंत्रित करने के लिए उनके मुंह के अंदर पहनाई जाती है। हालांकि “प्रिवेंशन ऑफ़ क्रुएलिटी टू ड्राट एंड पैक नियम-1965” के नियम 8 के तहत इस लगाम का इस्तेमाल गैर कानूनी है।
दिल्ली पुलिस एवं PETA इंडिया ने 50 से अधिक घोडा मालिकों पर कार्यवाही करते हुए उनके घोड़ों की मुंह की नुकीली लगाम को जब्त कर उनको मुलायम लगाम प्रदान की है। रजौरी गार्डेन पुलिस स्टेशन में 4 घोडा मालिकों के खिलाफ “प्रिवेंशन ऑफ़ क्रुएलिटी टू एनिमल्स, 1960” अभिनियम के कई सारे उलंघनों के तहत गैर-संज्ञेय अपराध रिपोर्ट भी दर्ज की गयी। अधिनियम की धारा 38(3) के अनुसार 1965 नियम का उलंघन करने वाला व्यक्ति सज़ा का हकदार होगा जिसके तहत कारावास भी हो सकता है।
आज के दौर में अनेकों जोड़े अपने वैवाहिक समारोह हेतु घोड़ों के अलावा अन्य विकल्प जैसे लक्जरी कार, फेरारी कार या हेलिकोप्टर तक इस्तेमाल कर रहे हैं । अनेकों प्रख्यात मशहूर हस्तियों ने अपनी शादी में घोड़ों का इस्तेमाल नहीं किया जैसे शहीद कपूर व मीरा राजपूत, नील नितिन मुकेश एवं रुक्मणी सहाय, ज़हीर खान एवं सागरिका घाटके, नेहा धूपिया एवं अंगद बेदी, अनुष्का शर्मा एवं विराट कोहली, तथा सोनम कपूर एवं आनंद आहूजा।
वर्ष 2014 में “भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड” ने राज्यों एवं केंद्रशासित प्रदेशों को एक एडवाईजरी जारी कर निर्देशित किया था की वो घोड़ों के लिए बनाई जाने वाली मुंह की नुकीली लगाम के निर्माण, व्यापार, एवं इस्तेमाल पर तत्काल रूप से रोक लगाएँ। अनेकों राज्यों ने इस पर कार्यवाही करने की बात स्वीकार की है हालांकि इस लगाम के इस्तेमाल में बढ़ोत्तरी हुई है व दिल्ली पुलिस की दबिश यह साबित भी करती है की यह सच है। PETA इंडिया ने केंद्र सरकार से अनुरोध किया है की वो इस यातना भरी मुंह की नुकीली लगाम के निर्माण, बिक्री एवं व्यापार पर रोक लगाए।