शादी में इस्तेमाल होने वाले घोड़े घातक बीमारी के शिकार, PETA इंडिया की शिकायत पर दिल्ली सरकार ने कार्यवाही की
दिल्ली में कामगार घोड़ों, गधों व खच्चरों में घातक जुनोटिक रोग की पुष्टि होने पर PETA इंडिया ने दिल्ली सरकार से अनुरोध किया है की क्षेत्र में समस्त घोड़ागाड़ी पर 2010 वाला प्रतिबंध लागू कर शादी एवं विवाह समारोह में घोड़ों के इतेमाल पर रोक लगाए। अब सरकार इसपर कार्यवाही कर रही है।
National Research Centre on Equine (NRCE) की 7 मई 2019 की रिपोर्ट जो की दिल्ली पशु पालन विभाग के निदेशक को प्रेषित की गयी थी में कहा गया था की मंगोलपुरी एवं नेब-सराय में जाँचे गए 8 घोड़ों में ग्लेंडर के लक्षण पाये गए हैं और इनमे से अधिकांश घोड़ों का इस्तेमाल शादी विवाह समारोह में किया जाता है। इसके अलावा रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि ग्लेंडर एक खतरनाक बीमारी है इसलिए “पशुओं में संक्रामक रोगों की रोकथाम एवं नियंत्रण अधिनियम, 2009” को तत्काल रूप से लागू करते हुए राज्य में घोड़ों के इस्तेमाल पर रोक लगाई जाए।
आप इन घोड़ों की मदद कर सकते हैं।
शादी विवाह में इस्तेमाल होने वाले घोड़ों पर रोक लगाकर इन्सानों व पशुओं के उत्तम स्वस्थ्य हेतु कृपया दिल्ली सरकार के रोजगार, ग्रामीण विकास, श्रम, सामान्य प्रशासन, सिंचाई एवं बाढ़ नियंत्रण मंत्री श्री गोपाल राय जी को एक विनम्र निवेदन कर उन्हे तांगा गाड़ी पर 2010 का प्रतिबंध लागू करने का आग्रह करें।