‘लकी’ की आत्मा को शांति मिले। पशुओं के साथ दुर्व्यवहार करने वालों के खिलाफ कठोर दंड की मांग करने मे हमारा साथ दें ।
लकी की मौत एक दुखद समाचार है वह तेज़ बारिश से बचने के लिए किसी सुरक्षित स्थान की तलाश कर रहा था और लोगों की प्रताणना का शिकार होने के बाद अंतता इस दुनिया से चला गया। पशुओं पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ कानून के तहत कठोर दंड का प्रावधान होना चाहिए। पशुओं की रक्षा से संबन्धित मुख्य कानून “पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960” के तहत पशुओं पर अत्याचार का दोषी पाये जाने पर महज़ 50 रुपये जुर्माने का प्रावधान है जिस कारण दोषी आसानी से छूट जाते हैं।
लकी की दर्दनाक कहानी सुनकर पूरे देश के पशु प्रेमी व करुणामयी लोग स्तब्ध हैं। अनेकों सेलेब्रिटी व प्रख्यात लोगों ने भी लकी के साथ हुए अत्याचार के खिलाफ सोशल मीडिया पर गहरी संवेदना व दुख व्यक्त किया है। 1 लाख 50 हज़ार से भी अधिक लोगों ने अत्याचारियों के खिलाफ कठोर दंड की मांग करने में हमारी ऑनलाइन याचिका को समर्थन प्रदान किया है।
पशुओं पर अत्याचार करने वालों के खिलाफ कृपया कठोर दंड की मांग करने में हमारा साथ दें ताकि फिर कोई और पशु इस प्रकार की दर्दनाक मौत न मर सके।
वह सिर्फ तेज़ बारिश से बचने के लिए कोई सुरक्षित स्थान ढूंढ रहा था ?.
जानिए की आप कैसे मदद कर सकते हैं जिससे लकी की तरह कोई अन्य कुत्ता इस तरह के अत्याचार का शिकार न हो सके: https://t.co/UNgfhgtfMQ— PETA India (@PetaIndia) July 31, 2019
कमजोर सज़ा का प्रावधान होने के कारण अत्याचार सह रहे पशुओं की मदद करें