जीत : PETA अमेरिका एवं EPA ने मिलकर सैंकड़ों पक्षियों की जान बचाई
PETA इंटरनेशनल साइंस कंसोर्टियम लिमिटेड और अमेरिकी पर्यावरण संरक्षण एजेंसी (ईपीए) ने सैकड़ों पक्षियों को कीटनाशक परीक्षणों में इस्तेमाल से रोकने के लिए शानदार काम किया है।
दोनों संगठनों द्वारा कीटनाशकों के परीक्षण से संबन्धित 20 वर्षों के आंकड़ों की समीक्षा की, इन परीक्षणों में पक्षियों को बहुत दिनों तक कीटनाशक युक्त भोजन खिलाया जाता है और फिर उनके मरने से पहले उल्टी, वजन घटाने और सुस्ती के लक्षणों को जांचा जाता है। जांचकर्ताओं ने पाया कि इन परीक्षणों में कोई ऐसे नए मामले नहीं थे जिन्हें पहले किए गए परिक्षणों में जांचा नहीं गया है। इसलिए, ईपीए इस क्रूर परीक्षण में पक्षियों को जहर दिए बिना पर्यावरण की रक्षा कर सकता है।
ईपीए ने जांच के नतीजों का इस्तेमाल करते हुए एक ऐसी नीति का मसौदा तैयार किया है जो कंपनियों को ऐसे क्रूर परीक्षण से बचने की अनुमति मिलेगी तथा हर साल सैकड़ों बतखों एवं बटेर पक्षियों के साथ-साथ समय व कर दाताओं के पैसे भी बचेंगे जिनको आधुनिक गैर पशु परीक्षण विधियों पर खर्च किया जा सकेगा। पशु पक्षियों के बजाय आधुनिक परिक्षण विधियों से अधिक तेजी व स्टीकता से मनुष्यों और पर्यावरण पर रसायनों के प्रभाव की जांच की जा सकती है।
यह घोषणा पिछले सप्ताह की उस बड़ी खबर के बाद आई है जिसमे कहा गया था ईपीए वर्ष 2035 तक स्तनधारियों जीवों पर होने वाले परिक्षणों को रोकने हेतु फंड ना देने की योजना बना रहा है। PETA अमेरिका ने 20 साल पहले ही ईपीए को पशु अधिकारों पर संवेदनशीलता बनाए रखने की सोच से रूबरू कराया था और जब हम यह कामना करते हैं की जीवों पर क्रूर परिक्षण बंद हो जाए या काश कभी शुरू ही ना हौवे होते ऐसे में किसी अमेरिकी नियामक एजेंसी द्वारा इस प्रकार की प्रतिबद्धता दिखाना कबीउले तारीफ है। वास्तव में, ईपीए के प्रशासक ने आज घोषणा की कि पक्षियों को बचाने के लिए यह संयुक्त परियोजना “जीव जंतुओं पर होने वाले परिक्षणों को को आक्रामक रूप से कम करने के मेरे हालिया निर्देश के बाद की गयी यह पहली बड़ी कार्रवाई है।” हम आशा करते हैं कि यह पहला बड़ा कदम है आगे भी हमारे वैज्ञानिक सभी जीव जंतुओं पर परिक्षण समाप्त करने के लिए ईपीए और अन्य नियामक एजेंसियों के साथ काम करना जारी रखेगें।
जीव जंतुओं पर परिक्षण बंद करवाने हेतु कृपया डोनेशन दें