गर्भवती गाय को विस्फोटक खिलाने वाला शख्स गिरफ्तार
केरल में गर्भवती हथिनी को विस्फोटक खिलाकर मार दिये जाने की घटना से अभी पूरा देश शोक मना ही रहा है ऐसे में हिमाचल प्रदेश के बिलासपुर में एक गर्भवती गाय को गेहूं के आटे में लिपटे पटाखे को खिलाकर उसका मुँह जला डालने की भीषण घटना सामने आई है।
After pregnant elephant, now cow in Himachal consumes firecracker filled food, injuredhttps://t.co/uzZ6EdDImt
— India TV (@indiatvnews) June 6, 2020
आरोपी के खिलाफ FIR दर्ज की गई और उसे गिरफ्तार कर लिया गया है । PETA इंडिया का आपातकालीन राहत दल स्थानीय पुलिस अधिकारियों और न्यायिक पशु चिकित्सा अधिकारी के लगातार संपर्क में है। उस गाय के इलाज़ एवं देखभाल हेतु हमारी टीम स्थानीय पशु चिकित्सकों के संपर्क में है। फिलहाल गाय की स्थिति गंभीर है क्योंकि उसका जबड़ा गंभीर रूप से घायल हुआ है। उसने एक बछड़े को जन्म दिया है जो सौभाग्यवश स्वस्थ है व माँ के दूध का सेवन कर पा रहा है।
मानसिक-स्वास्थ्य और कानून-प्रवर्तन अधिकारियों के अनुसार, जो लोग जानवरों के साथ क्रूर व्यवहार करते हैं वे अक्सर मनुष्यों के साथ भी दुर्व्यवहार करते हैं और उन्हें पीड़ा देते हैं। घरेलू हिंसा से पीड़ित महिलाओं पर किए गए एक अध्ययन में 60% महिलाओं ने बताया कि, उनके हिंसक पतियों ने उनके कुत्तों और अन्य जानवरों के साथ भी हिंसा की है या उन्हें मार डाला है।
PETA इंडिया ने देश के ‘प्रिवेंशन ऑफ़ क्रुएल्टी टू एनिमल्स एक्ट 1960’ को मजबूत करने के लिए लंबे समय से अभियान चलाया हुआ है क्यूंकि इस अधिनियम के अनुसार पशुओं पर क्रूरता के खिलाफ सुनिश्चित दंड पुराने समय के अनुसार ही चले आ रहे हैं जैसे पहली बार पशुओं पर जुर्म साबित होने पर अपराधी को केवल 50 रुपये तक का जुर्माना देना होता है। हाल ही में पशुओं पर क्रूरता के बहुत से ऐसे मामले सामने आए हैं जिनसे यह आवश्यक हो गया है की पशुओं पर क्रूरता के खिलाफ मजबूत दंड व्यवस्था की जरूरत है जैसे हाल ही में tiktok वीडियो बनाने के लिए कुछ किशोर युवकों ने कुत्ते को पानी में डुबोकर मार दिया था और एक अन्य घटना में एक मरी हुई बिल्ली को लटका कर Tiktok वीडियो बनाया था।
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इसके अलावा, पशुओं पर क्रूरता करने वालों के लिए मजबूत दंड की मांग करने में हमारा साथ दें
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