PETA इंडिया की अपील पर OLX इंडिया ने अपने पोर्टल पर जानवरों की बिक्री बंद की
PETA इंडिया द्वारा पिछले कई सालों से मुहीम चलाने एवं लगातार दबाव बनाने के परिणाम स्वरूप, ई-कॉमर्स पोर्टल OLX इंडिया ने अपनी साइट से सभी तरह के जीवित जानवरों की बिक्री से संबन्धित विज्ञापनों को हटा दिया है व अपनी पॉलिसी को अपडेट करते हुए जानवरों की बिक्री पर प्रतिबंध लगा दिया है।
यह एक सराहनीय कदम है जो PETA इंडिया की अपील के बाद उठाया गया। PETA इंडिया ने न सिर्फ OLX इंडिया बल्कि राज्य पशुपालन कल्याण विभाग, इलेक्ट्रोनिक एवं सूचना प्रोधोयोगिकी मंत्रालय, वाणिज्या और उद्योग मंत्रालय तथा भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड से भी इस मामले पर ध्यान देने की अपील की थी। इसके जवाब में भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड ने इलेक्ट्रोनिक एवं सूचना प्रोधोयोगिकी मंत्रालय से अनुरोध किया था कि OLX, Quikr व अन्य ई-कामर्स पोर्टल ‘पशु क्रूरता निवारण अधिनियम (पेट शॉप) नियम 2018’ के तहत पंजीकृत हुए बिना अपने पोर्टल पर इस तरह से पशुओं की बिक्री नहीं कर सकते अतः इन पर तत्काल रोक लगाई जाए।
जैसा कि हमने अपने पत्र में कहा था कि अधिकांश पशु बिक्री की दुकानें, डॉग ब्रीडर्स तथा पशु बिक्री करने वाले ऑनलाइन पोर्टल्स ‘पशु क्रूरता निवारण अधिनियम (पेट शॉप) नियम 2018‘ तथा ‘पशु क्रूरता निवारण अधिनियम (डॉग ब्रीडिंग एंड मार्केटिंग) नियम 2017” के तहत पंजीकृत नहीं हैं। यह ऑनलाइन पोर्टल्स पशु संरक्षण नियमों की अनदेखी करके जानवरों की बिक्री करते हैं जिसके चलते जानवर अत्यधिक दुर्व्यवहार एवं उपेक्षा के शिकार होते हैं। सामान्यता पशुओं के साथ होने वाली क्रूरता में, ब्रीडर्स कुत्तों के कान एवं पूंछ की काँट-छाँट करते हैं, ग्राहकों की मांग के अनुरूप इस तरह से ब्रीड किया जाता है कि जानवर के साथ अनेकों स्वस्थ्य समस्याएँ पैदा हो जाती हैं व बीमार जानवरों को ही ग्राहकों को बेच दिया जाता है।
हाल ही में मिली जानकारी से स्पष्ट हुआ है कि Quikr भी ‘पशु क्रूरता निवारण अधिनियम (पेट शॉप) नियम 2018’ के तहत किसी भी राज्य में पंजीकृत नहीं है फिर भी अपने पोर्टल पर जानवरों की बिक्री कर रहा है। यह कंपनी अपने पोर्टल पर जानवरों को गोद लिए जाने की आड़ में लगातार उनके विज्ञापन दे रही है भले ही PETA इंडिया ने इन दोनों कंपनियों को इस बारे में सूचित भी किया है कि बिक्रीकर्ता इनके पोर्टल पर इस तरह से विज्ञापन देकर ऑफलाइन तरीकों से जानवरों की बिक्री कर रहे हैं। Quikr पर ईद से पहले बकरियों की बिक्री के विज्ञापन दिये गए थे, एक marmoset, लड़ाई के लिए एक मुर्गे का विज्ञापन दिया गया, वंशावली कुत्ते व अन्य जानवरों को “गोद लिए जाने” वाली सूची के तहत पोर्टल पर प्रकाशित किया गए, लेकिन वास्तव में विज्ञापन डालने वाले सभी व्यापारी हैं व पोर्टल पर जानवरों की बिक्री का मूल्य नहीं डालते लेकिन उनसे संपर्क करने पर वह इन जानवरों का मूल्य वसूलते हैं। Quikr का किसी भी ऐसी गैर सरकारी संस्था के साथ कोई संबंध नहीं है जिससे वह जानवरों को गोद लिए जाने की प्रक्रिया कर रहे हों, उनके पोर्टल पर दिये जाने वाले सारे विज्ञापन पूरी तरह से व्यावसायिक बिक्री से संबन्धित हैं।
जब भी कोई व्यक्ति इन पशु बिक्री दुकानों से या किसी ब्रीडर से पशु को खरीदता है तो सड़क पर बेघर घूमने वाले किसी एक जरूरतमन्द पशु को या शेल्टर में रहने वाले किसी पशु को उसका घर मिलने का अवसर समाप्त हो जाता है। अनचाहे घरेलू पशुओं को सड़कों पर लावारिस छोड़ दिया जाता है जहां वो भूखे प्यासे जीवन के लिए संघर्ष करते रहते हैं। बहुत से पशु भूखे रहते हैं, वाहनों की चपेट में आ जाते हैं, या किसी न किसी तरह से लोगों के दुर्व्यवहार का शिकार होते हैं। PETA इंडिया उन सभी से अनुरोध करता है कि जिनके पास समय, स्थान, प्यार, करुणा एवं संसाधन हैं वह कृपया किसी स्थानीय शेल्टर से किसी एक जानवर को गोद लें।