फिल्म अभिनेत्री रवीना टंडन ने इस देसी कुत्ते को बचाया था अब यह आपके घर का सदस्य बन भी सकता है
इनसे मिलिये ये हैं ‘टैडी’ !
बॉलीवुड अदाकारा रवीना टंडन ने जब इस नन्हें कुत्ते को मुंबई में बांद्रा की सड़कों पर देखा था वो बहुत दारा एवं सहमा हुआ था। कई अन्य सामुदायिक कुत्ते उसे परेशान कर रहे थे और उनके डर से छुपता छुपाता बारिश में भीग कर कांप रहा था। रवीना टंडन ने उसकी माँ को ढूँढने की कोशिश की लेकिन जब उसकी माँ कहीं नहीं दिखाई दी तो रवीना टंडन उसे बचा कर उसे अपने साथ घर ले गई।
रवीना टंडन ने टेडी को पशु चिकित्सा देखभाल और आश्रय प्रदान करने के लिए तुरंत PETA इंडिया से संपर्क किया और PETA के आपातकालीन राहत दल ने उसे तुरंत प्रारंभिक जांच और देखभाल के लिए एक स्थानीय पशु चिकित्सक के पास ले आए। अब, वह स्वस्थ है और PETA इंडिया के मुंबई कार्यालय में हमारी टीम की देखभाल में रह रहा है।
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टैडी 2.5 महीने की उम्र का भारतीय नस्ल का कुत्ता है। उसके सफ़ेद शरीर पर भूरे रंग के धब्बे बने है जो उसकी सुंदरता को और भी बड़ा देते हैं। वह बहुत चंचल स्वभाव का है और उसे बिल्लियों के साथ खेलना और घर का बना खाना पसंद है – उनका पसंदीदा व्यंजन राजमा चावल है। उसका टीकाकरण हो चुका है वह एकदम स्वस्थ है, और अब उसे अपने लिए एक स्थायी घर एवं परिवार की तलाश है जो उसे वह सारा प्यार और देखभाल दे सके जिसका वह हकदार है।
यदि आप या आपका कोई परिचित इस प्यारे कुत्ते को अपने परिवार का सदस्य बनाना चाहता है तो टेडी को PETA इंडिया के मुंबई कार्यालय से तत्काल गोद लेने की कार्यवाही प्रारम्भ कर सकता है।
हम उसकी नसबंदी कराने के खर्च के साथ-साथ महाराष्ट्र के अंदर अथवा मुंबई से एक दिन की ड्राइविंग या ट्रेन की दूरी तक उसे भेजने का खर्च भी देंगे।
यदि आप महाराष्ट्र या आस-पास के राज्य में रहते हैं और किसी पशु को गोद लेने की योजना बना रहे हैं तो टैडी को अपनाना एक निर्णय होगा।
यदि आप इच्छुक हैं तो हमें तत्काल [email protected] पर ई-मेल करें।
सड़कों पर बेघर घूम रहे या आश्रयों में रहने वाले सामुदायिक कुत्तों को अपनाने से उन जानवरों की जान बच जाती है और उन्हें एक प्यार करने वाला ग्गर मिल जाता है लेकिन ब्रीडर या पालतू जानवरों की दुकानों से पशु खरीदने से बेघर जानवरों की जनसंख्या का संकट और बढ़ जाता है। ऐसा इसलिए है क्योंकि जब भी कोई इसनान किसी ब्रीडर से या दुकान से कुत्ता खरीदता है, तो सड़कों पर घूमने वाले या आश्रय में इंतजार कर रहे किसी एक कुत्ते को उसका घर मिलने का अवसर समाप्त हो जाता है। बचाए गए कुत्ते जानते हैं कि वे कितने भाग्यशाली हैं कि उनके पास घर है, इसलिए आजीवन वह अपने अभिभावकों को बेहद प्यार करते हैं।
संकल्प लें कि आप किसी बेघर पशु को गोद लेंगे, खरीदेंगे नही