अमूल को टेनिस खिलाड़ी Novak Djokovic वाले भ्रामक विज्ञापन को हटाना चाहिए क्योंकि यह वीगन खिलाड़ी दूध और दूध से बने उत्पादों का सेवन नहीं करता
PETA इंडिया ने अमूल को एक पत्र लिखकर Novak Djokovic की फ्रेंच ओपन टेनिस चैंपियनशिप के 19वां ग्रैंड स्लैम टाइटल की जीत को गलत तरह से प्रयोग करने वाले विज्ञापन को हटाने के लिए कहा है। PETA इंडिया के अनुसार, यह विज्ञापन भ्रामक है क्योंकि Djokovic वीगन(पेड़-पौधों पर आधारित) जीवनशैली का पालन करते हैं और डेरी उत्पादों का सेवन नहीं करते। पिछले साल PETA समूह ने Joker फ़िल्म के अभिनेता Joaquin Phoenix की ऑस्कर जीत की समानता वाले विज्ञापन की भी निंदा की थी क्यूंकी Joaquin Phoenix ने अपने भावपूर्ण ऑस्कर स्वीकृति भाषण में पशु अधिकारों और डेरी उद्योग में जानवरों के साथ किए जाने वाले क्रूरतापूर्ण व्यवहार का मुद्दा उठाया था।
विश्वभर के बहुत सारे एथलीट और प्रसिद्ध हस्तियाँ बेहतर सेहत और जानवरों एवं पर्यावरण के हित में वीगन जीवनशैली अपना रहे हैं जिनमें टेनिस चैंपियन Venus Williams , फॉर्मूला 1 के Lewis Hamilton, अमेरिकी फुटबॉल खिलाड़ी Colin Kaepernick और ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और फुटबॉल खिलाड़ी Alex Morgan शामिल हैं। भारतीय फुटबॉलर सुनील छेत्री ने भी कथित तौर पर बेहतर शारीरिक सुधार, पाचन और फिटनेस के लिए वीगन भोजन ग्रहण करना शुरू किया है। यहाँ तक कि वीगन खिलाड़ियों पर The Game Changers नामक एक वीगन डॉक्यूमेंट्री का भी निर्माण किया गया है जो Netflix पर उपलब्ध है। कई एथलीट, प्रसिद्ध हस्तियाँ और उपभोक्ता अगर पूरी तरह से वीगन जीवनशैली नहीं अपनाते हैं तब भी वह अपने आहार में ज्यादा से ज्यादा वीगन खाद्य पदार्थों का सेवन कर रहे हैं।
Utterly daft move @Amul_Coop! @DjokerNole is plant-based, does not consume dairy. https://t.co/ufp2qwLZ24. He’s also Executive Producer of The Game Changers about plant-based (vegan) athletes. Last year we told you Joaquin Phoenix is vegan after you used his likeness in an ad.
— PETA India (@PetaIndia) June 22, 2021
पत्र में Physicians Committee for Responsible Medicine के Nutrients नामक पत्रिका में छपे एक शोध के बारे में लिखा है जिसके अनुसार वीगन जीवनशैली अपनाने से एथलीटों के हृदय स्वास्थ्य, प्रदर्शन, और शारीरिक सुधार पर काफी सकारात्मक प्रभाव पड़ता है। अन्य लोग पर्यावरण के हित में वीगन जीवनशैली अपनाते हैं। संयुक्त राष्ट्र के “खाद्या एवं कृषि” संगठन के अनुसार – मांस, अंडा एवं दूध के उत्पादों के लिए पशुओं का पालन एवं हत्या वैश्विक ग्रीन हाउस उत्सर्जन के 14.5% हिस्से के लिए जिम्मेदार है, जो कुछ अनुमानों से, दुनियाभर के परिवहन से होने वाले गैस उत्सर्जन से कही अधिक है। कई लोग वीगन जीवनशैली इसलिए भी अपनाते हैं क्योंकि वह डेरी उद्योग में वह नर बछड़ों को लावारिस छोड़ने या उनकी हत्या करके चमड़ा और गोमांस उद्योग में उनकी आपूर्ति का विरोध करते हैं।
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