‘अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस’ के अवसर पर PETA इंडिया ने बिलबोर्ड अभियान के द्वारा लोगों को पशु गोद लेने की अपील की
For Immediate Release:
19 June 2021
Contact:
Radhika Suryavanshi; [email protected]
Hiraj Laljani; [email protected]
दिल्ली- अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस (21 जून) के अवसर पर पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) इंडिया ने अहमदाबाद, बैंगलोर, दिल्ली, मुंबई और पुणे में विज्ञापन प्रकाशित कर लोगों को अपने योग साथी के रूप में किसी स्थानीय शेल्टर होम से एक कुत्ता या बिल्ली गोद लेने की अपील की है।
PETA इंडिया की सीनियर कैम्पेन्स कोर्डिनेटर राधिका सूर्यवंशी कहती हैं- “जिन लोगों ने कुत्ते या बिल्ली को गोद लिया है वो यह जानते होंगे कि जानवरों का चंचल स्वभाव योग को कितना मज़ेदार बना देता हैं। इसलिए हम सभी योग प्रेमियों से अनुरोध करते हैं कि आप अपना योग मैट और अपना घर किसी ज़रूरतमंद पशु के साथ ज़रूर साझा करें ताकी “नमस्ते” की मुद्रा से अपना योग प्रारम्भ करने के बाद पशु साथी की उपस्थिती उस वातावरण को और भी बेहतर बना दे। “
PETA इंडिया इस पर ज़ोर देता है कि जब भी कोई व्यक्ति पशु बिक्री दुकानों से, किसी ब्रीडर से या ऑनलाइन तथाकथित “बढ़िया नस्ल” के कुत्ते या बिल्ली को खरीदता है तो सड़क पर बेघर घूमने वाले किसी एक सामुदायिक पशु को या शेल्टर में रहने वाले किसी पशु को उसका घर मिलने का अवसर समाप्त हो जाता है। बेघर जानवरों को अक्सर भुखमरी, शोषण और तेज़ रफ़्तार वाहनों के चलते गंभीर शारीरिक चोटों का सामना करना पड़ता है। अनगिनत जानवरों को अपना पूरा जीवन पशु आश्रयों में व्यतीत करना पड़ता है क्योंकि कोई उन्हें गोद लेने की पहल नहीं करता। इसलिए PETA इंडिया पशुओं को गोद लेने और साथी जानवरों की नसबंधी पर ज़ोर देता है जिससे पहले से जन्म ले चुके जानवरों को एक अच्छा घर और जीवन प्रदान किया जा सके।
PETA इंडिया जो इस सिद्धांत में विश्वास रखता है कि “जानवर किसी भी तरह से हमारा दुर्व्यवहार सहने के लिए नहीं है”, प्रजातिवाद का विरोध करता है। प्रजातिवाद एक ऐसी विचारधार है जिसमे इंसान स्वयं को इस दुनिया में सर्वोपरि मानकर अपने फायदे के लिए अन्य प्रजातियों का शोषण करना अपना अधिकार समझता है।
अधिक जानकारी के लिए कृपया हमारी वेबसाईट PETAIndia.com पर जाएँ और हमें Twitter, Facebook या Instagram पर फॉलो करें।
#