PETA इंडिया की शिकायत के बाद एनिमल वेलफेयर बोर्ड ने पश्चिम बंगाल सरकार को अजंता सर्कस से जानवरों को जब्त करने का आदेश दिया
PETA इंडिया से शिकायत मिलने के बाद, AWBI ने पशुपालन और पशु चिकित्सा सेवा विभाग (CSPCA) के निदेशक और कलकत्ता सोसाइटी फॉर द प्रिवेंशन ऑफ क्रुएल्टी टू एनिमल्स (CSPCA) के सदस्य सचिव को पत्र लिखकर उनसे जानवरों को तुरंत जब्त कर एवं पुनर्वासित करने का आदेश दिया। इस सर्कस द्वारा कथित तौर पर बिना परफॉर्मिंग एनिमल्स रजिस्ट्रेशन सर्टिफिकेट (PARC) के प्रदर्शन के लिए जानवरों का इस्तेमाल किया जा रहा है। 17 जनवरी 2022 को, AWBI ने वर्ष 2009 में ज़ारी सर्कस के PARC को रद्द कर दिया था।
23 जनवरी को कोलकाता के बारानगर में सिंथी मोर मेला ग्राउंड में लगाए गए अजंता सर्कस में PETA इंडिया की एक प्रत्यक्षदर्शी ने अपनी जांच में खुलासा किया कि सर्कस में प्रदर्शन के लिए घोड़ों, कुत्तों और पक्षियों सहित कई जानवरों का उपयोग हो रहा है, जो AWBI के आदेश का उल्लंघन है।
AWBI द्वारा (जो जानवरों के प्रति क्रूरता की रोकथाम (PCA) अधिनियम, 1960 के तहत निर्धारित प्राधिकरण है, और देश में प्रदर्शन के लिए जानवरों के उपयोग को नियंत्रित करता है) अजंता सर्कस के PARC को रद्द कर दिया गया था क्योंकि सर्कस ने 1 दिसंबर 2020 को जारी कारण बताओ नोटिस का 13 जनवरी और 24 अगस्त 2021 को रिमाइंडर भेजने के बावजूद जवाब नहीं दिया था। AWBI ने सर्कस को परफॉर्मिंग एनिमल्स (पंजीकरण) नियम, 2001 के तहत पंजीकरण की शर्तों के उल्लंघन के लिए कारण बताओ नोटिस जारी किया था। यह नोटिस AWBI को किशनगंज, बिहार जाने से पहले सूचित नहीं करने, निरीक्षण से बचने के लिए जानवरों के स्थान को छुपाने के साथ-साथ PCA अधिनियम की धारा 26 का उल्लंघन करने के लिए जारी किया था। AWBI को पिछली बार 3 जनवरी 2020 को सर्कस से मासिक रिपोर्ट प्राप्त हुई थी।
PARC को रद्द करने से पहले, सर्कस में चार हाथी, पांच घोड़े, नौ कुत्ते, सात कॉकटू, और दो मकोव प्रदर्शन के लिए AWBI के साथ पंजीकृत थे। लेकिन PETA इंडिया की जांच में सामने आया कि सर्कस प्रदर्शन के लिए एक घोड़े, चार कुत्तों, छह कॉकटू और तीन मैकॉ का उपयोग कर रहा है। इससे सामने आया कि सर्कस से कुछ जानवर गायब हैं और एक मैकॉ का उपयोग AWBI की अनुमति के बिना किया जा रहा है।
सर्कस में जानवरों के उपयोग को समाप्त करने के लिए हमारी सहायता करें