PETA इंडिया ने केंद्र सरकार से युद्ध प्रभावित यूक्रेन में फसे भारतीय छात्र एवं उसके साथी कुत्ते को बचाने के लिए अनुरोध किया

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28 February 2022

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नयी दिल्ली : भारतीय छात्र ऋषभ कौशिक जिसने अपने साथी कुत्ते के बिना युद्ध प्रभावित यूक्रेन छोड़ने से इनकार कर दिया था, उसके द्वारा सोशल मीडिया पर मदद की अपील के बाद, पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) इंडिया ने मतस्य पालन, पशुपालन एवं डेयरी मंत्री श्री पुरषोत्तम रूपला जी को एक जरूरी पत्र भेजकर अनुरोध किया है कि वह तत्काल एक अनापत्ति प्रमाण पत्र जारी कर ऋषभ कौशिक एवं उसके कुत्ते को सुरक्षित भारत लौटना सुनिश्चित करें। PETA इंडिया ने मंत्री जी से अनुरोध किया है कि यूक्रेन से भारत लौटने की राह तलाश रहे इंसानी परिवारों के साथ कुत्ते बिल्लियों व अन्य साथी जानवर भी हैं, उन जानवरों हेतु वह पशु चिकित्सा दस्तावेज़ से संबन्धित नियमों को थोड़ा आसान बनाएँ। पूर्वी यूक्रेन में खार्किव नेशनल यूनिवर्सिटी ऑफ रेडियो इलेक्ट्रोनिक्स में पढ़ने वाले कौशिक का कहना है कि उन्होने दिल्ली में भारत सरकार की एनिमल कोरेंटाईन एंड सेर्टिफिकेशन सर्विसेस (AQCS) तथा यूक्रेन में भारतीय दूतावास से संपर्क किया था लेकिन कोई फ़ायदा नहीं हुआ।

PETA इंडिया के CEO एवं पशु चिकित्सक डॉ. मणिलाल वलियते कहते हैं- “अपनी जान बचाने के लिए यूक्रेन छोड़ कर निकलने वाले अभिभावकों से उनके साथी जानवरों को अलग करना एक अन्य त्रासदी है जिसके परिणामस्वरूप अनेकों लोग अपने साथी जानवरों के बिना मायूस होंगे और अनावश्यक जीवन हानी होगी। जबकि ऋषभ अपने साथी जानवर की रक्षा के लिए अपनी नैतिक ज़िम्मेदारी निभा रहा है तो भारत सरकार को भी यह सुनिश्चित करना चाहिए कि ऋषभ और मलिबू जल्द से जल्द सुरक्षित भारत लौटें।

यूक्रेन की सीमा से लगे देश जिसमे हंगरी, पौलेंड और रोमानिया शामिल हैं, वह अपने प्रतिबंधों में ढील दे रहे हैं ताकि साथी जानवरों को अन्य राज्यों में प्रवेश करना आसान हो सके। अन्य देशों में कार्यरत PETA इंडिया की सहयोगी संस्थाएं भी यूरोपीय संघ के देशों व यूके को इस हेतु प्रेरित करने का कार्य कर रही हैं।

PETA इंडिया ने अपने पत्र में बताया कि ऋषभ ने मलिबू को सड़क पर भयावह जीवन जीने से बचाया था जहां अनेकों शोषित जानवर भूख और वाहनों की चपेट में आने से घायल हो जाते हैं या मर जाते हैं। जबकि देखभाल वाले घरों की कमी के कारण अनेकों ऐसे जानवरों को आश्रय गृहों में रहने के लिए छोड़ दिया जाता है।

PETA इंडिया जो इस सिद्धांत के तहत काम करता है कि “जानवर किसी भी तरह से हमारा दुर्व्यवहार सहने के लिए नहीं हैं”, जिन लोगों के पास पर्याप्त संसाधन, समय, प्रेम एवं धैर्य है उन लोगों से अनुरोध करता है कि वे सड़कों पर या आश्रय गृहों में जिंदगी बिता रहे किसी कुत्ते को गोद लेकर अपने घर का सदस्य बनाए। अधिक जानकारी के लिए कृपया हमारी वेबसाईट PETAIndia.com पर जाएँ और हमें Twitter, Facebook तथा Instagram पर फॉलो करें।

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