गुजरात पुलिस और PETA इंडिया ने प्रतिबंधित मांझा जब्त किया
PETA इंडिया द्वारा गुजरात पुलिस के पास शिकायत दर्ज़ की गयी थी कि गुजरात में गुप्त रूप से प्रतिबंधित माँझे की बिक्री ज़ारी है, जिसके बाद PETA इंडिया ने गुजरात पुलिस और स्थानीय कार्यकर्ताओं के साथ मिलकर 11 जनवरी की सुबह CTM, अमराईवाड़ी में छापा मारा। इस छापेमारी में, कई किलो और 80 स्पूल से अधिक माँझा ज़ब्त किया गया जिसकी बाज़ार में क़ीमत 36,000 रुपये से अधिक है। उनकी बिक्री करने वाले अपराधियों के खिलाफ़ भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 188 और गुजरात पुलिस अधिनियम, 1951 की धारा 131 के तहत शिकायत दर्ज की गई है।
अगस्त 2022 में PETA इंडिया द्वारा दिल्ली में भी यही शिकायत दर्ज़ कराई गयी थी जिसके बाद PETA इंडिया ने दिल्ली पुलिस के साथ मिलकर दिल्ली के लाल कुआं बाजार में छापा मारा था जिसमें कई किलोग्राम और 50 रील से अधिक माँझा ज़ब्त किया गया था और अपराधियों के खिलाफ़ शिकायत दर्ज़ की गयी थी।
काँच पाउडर, मेटल एवं अन्य तीखे लेप चड़ा घातक माँझा इन्सानों, पक्षियों, अन्य जानवरों एवं पर्यावरण के लिए खतरनाक है इसकी चपेट में आने से हर साल अनेकों इन्सान चोटिल होते हैं व मौत का शिकार भी होते हैं। अगस्त 2022 में जमेटो के एक डेलीवेरी बॉय की चलती मोटर साईकिल के टायर में माँझा उलझ जाने से गिर कर सामने से आने वाले यातायात से चोटिल होने से उसकी मौत हो गयी थी। वर्ष 2022 की शुरुआत में मुंह के सामने शीशा लगा हेलमेट और हाथ के दस्ताने पहने हुए एक मोटर साईकल चालक भी माँझे के चपेट में आ गया बुरी तरह से जख्मी होने से नहीं बच सका क्यूंकी तीखे माँझे ने उसके हेलमेट का शीशा तक काट दिया था। एक अन्य युवक की तीखे काँच के लेप चड़े माँझे से गर्दन कटने से बुरी तरह घायल हो गया था। कार की सनरूफ से बाहर झाँकने पर एक सात वर्ष के बच्चे की गर्दन खुले माँझे में फसने से उसकी गर्दन एवं आँखों पर गंभीर छोटे आई।
इस घातक माँझे का पक्षियों की आबादी पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है। माँझे की चपेट में आने से अक्सर पक्षियों के पंख व पैर कट जाते हैं, व वह अक्सर ऐसे गंभीर घावों एवं जख्मों के शिकार होते हैं की बचावकर्ता भी उनकी मदद नहीं कर पाते।
अब समय आ गया है कि इन खतरनाक डोर को किसी और की जान लेने से रोका जाए – आप नीचे दिए गए अपील फॉर्म पर हस्ताक्षर करके मदद कर सकते हैं।