इस मकर संक्रांति ‘घायल पक्षियों’ ने पुणे निवासियों से पक्षियों की सुरक्षा करने का अनुरोध किया

Posted on by Siffer Nandi

13 जनवरी को, PETA इंडिया के तीन समर्थकों ने ऐसे तीन पक्षियों का चित्रात्मक प्रदर्शन किया जो तेज़ धार वाले माँजे से उलझकर पूरी तरह से खून से लटपट थे। इन प्रदर्शनकारियों ने एक बोर्ड भी प्रदर्शित किया जिसपर लिखा हुआ था, “कृपया माँझे का त्याग करें जिससे पक्षियों को अपने पंखों का त्याग न करना पड़ें”। काँच के टुकड़ों की जानलेवा परत से लिपटे हुए तेज़ धार वाले माँझे इंसानों के साथ-साथ हज़ारों निर्दोष पक्षियों की मौत के लिए ज़िम्मेदार हैं। इंसानों को इन क्रूर धागों का प्रयोग नहीं करना चाहिए, जिससे मकर संक्रांति और लोहड़ी का त्योहार हर सजीव प्राणी हेतु शुभ साबित हो।

काँच पाउडर, मेटल एवं अन्य तीखे लेप चड़ा घातक माँझा इन्सानों, पक्षियों, अन्य जानवरों एवं पर्यावरण के लिए खतरनाक है इसकी चपेट में आने से हर साल अनेकों इन्सान चोटिल होते हैं व मौत का शिकार भी होते हैं। इस घातक माँझे का पक्षियों की आबादी पर भी गंभीर प्रभाव पड़ता है। माँझे की चपेट में आने से अक्सर पक्षियों के पंख व पैर कट जाते हैं, व वह अक्सर ऐसे गंभीर घावों एवं जख्मों के शिकार होते हैं की बचावकर्ता भी उनकी मदद नहीं कर पाते।

अगस्त 2022 में जमेटो के एक डेलीवेरी बॉय की चलती मोटर साईकिल के टायर में माँझा उलझ जाने से गिर कर सामने से आने वाले यातायात से चोटिल होने से उसकी मौत हो गयी थी। वर्ष 2022 की शुरुआत में मुंह के सामने शीशा लगा हेलमेट और हाथ के दस्ताने पहने हुए एक मोटर साईकल चालक भी माँझे के चपेट में आ गया बुरी तरह से जख्मी होने से नहीं बच सका क्यूंकी तीखे माँझे ने उसके हेलमेट का शीशा तक काट दिया था। एक अन्य युवक की तीखे काँच के लेप चड़े माँझे से गर्दन कटने से बुरी तरह घायल हो गया था। कार की सनरूफ से बाहर झाँकने पर एक सात वर्ष के बच्चे की गर्दन खुले माँझे में फसने से उसकी गर्दन एवं आँखों पर गंभीर छोटे आई।

मांझा ब्लैकआउट का कारण भी बनता है जो महंगा होता है और बिजली के झटके से मौत का कारण बन सकता है। बिजली वितरण कंपनियों ने बिजली आपूर्ति लाइनों के आसपास पतंग उड़ाने के खिलाफ चेतावनी दी है, क्योंकि इससे शॉर्ट-सर्किट के कारण आग लग सकती है और बिजली गुल हो सकती है।

अब समय आ गया है कि इन खतरनाक डोर को किसी और की जान लेने से रोका जाए – आप नीचे दिए गए अपील फॉर्म पर हस्ताक्षर करके मदद कर सकते हैं।

 

अभी कार्यवाही करें!