PETA इंडिया के बड़े से ‘कोंडोम’ ने विश्व स्पे डे से पहले पशु जन्म नियंत्रण को बढ़ावा दिया
PETA इंडिया के दो समर्थकों द्वारा स्पे डे से पहले भुवनेश्वर में बड़े से ‘कोंडोम’ के रूप में प्रदर्शन करके लोगों को पशु जन्म नियंत्रण के संदर्भ जागरूक किया गया। यहाँ लोगों को ABC के महत्व के बारे में समझाया गया और इस पर ज़ोर दिया गया कि पशु जन्म नियंत्रण से कुत्ता-बिल्ली की बेघरी की समस्या से लड़ने में मदद मिलती है।
कुत्तों की बिक्री करने वाले यह पैट शॉप या ब्रीडर जिन मादा कुत्तों को अपने केन्द्रों पर रखकर उनसे बच्चे पैदा करवाते हैं उन्हें पर्याप्त भोजन, चिकित्सा, देखभाल, व्यायाम एवं सामाजिक गतिविधियों से वंचित रखते हैं। जबकि सामुदायिक कुत्ते और बिल्लियाँ को शोषण एवं भुखमरी का सामना करना पड़ता है या अक्सर चलती सड़क पर गाड़ियों से टक्कर खाकर उन्हें भयानक चोटे लगती हैं। अनगिनत पशुओं को अपना जीवन पशु आश्रयों में बिताना पड़ता है क्योंकि उन्हें गोद लेने के लिए कोई प्यारभरा परिवार सामने नहीं आता। इसलिए PETA इंडिया सामुदायिक जानवरों को गोद लेने पर जोर देता है और सभी अभिभावकों से अपने साथी कुत्ते और बिल्ली की नसबंदी कराने का आग्रह करता है।
वर्तमान में लाखों बेघर भारतीय कुत्ते और बिल्लियाँ अपना जीवन सड़कों और पशु आश्रयों में बिता रहे हैं, ऐसे में जानवरों को जबरन पैदा कराना या उन्हें खरीदना बहुत गैर जिम्मेदार कदम है। जब भी कोई व्यक्ति पशु बिक्री दुकानों से या किसी ब्रीडर से “विदेशी नस्ल” के कुत्ते या बिल्ली को खरीदता है तो किसी देसी पशु को उसका घर मिलने का अवसर समाप्त हो जाता है।