PETA इंडिया की कार्यवाही के बाद कोल्हापुर में मेंढ़ों की अवैध लड़ाई पर रोक लगाई गई
18 फरवरी को कोल्हापुर जिले की अजारा तहसील के भदवन गांव में महालक्ष्मी यात्रा के दौरान होने वाले मेंढ़ों की अवैध लड़ाई के आयोजन के संबंध में एक संबंधित निवासी से जानकारी प्राप्त होने के बाद, PETA इंडिया ने तात्कालिक कार्यवाही करते हुए, कोल्हापुर पुलिस को सूचित किया और उनके साथ काम करके इस आयोजन को रोकने के लिए सफलतापूर्वक कार्रवाई की गई। अजारा पुलिस स्टेशन द्वारा पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 की धारा 11 के तहत कार्यक्रम के आयोजकों और पशु मालिकों सहित कुल पांच अपराधियों के खिलाफ FIR दर्ज की गई है। इन सभी अपराधियों द्वारा लड़ाई में भाग लेने के लिए कार्यक्रम स्थल पर मेढ़े लाए गए थे। संबंधित मामले में पुलिस ने समय रहते हस्तक्षेप किया और कार्यक्रम को होने से रोक दिया।
मेढ़ों की अवैध लड़ाई के दौरान दो नर भेड़ों को एक दूसरे पर हमला करने के लिए जबरन उकसाया जाता है और यह लड़ाइयाँ बहुत ही क्रूर, खूनी और जानलेवा होती हैं। इन दोनों पशुओं को तब तक लड़ने के लिए बाध्य किया जाता है जब तक इनमें से एक अपनी हिम्मत न हार जाएँ और जिंदा बचे दूसरे घायल और चोटिल पशु को विजेता घोषित कर दिया जाता है। इस प्रकार के अवैध आयोजनों के दौरान बेज़ुबान पशुओं को कई प्रकार की गंभीर शारीरिक एवं मानसिक बीमारियों का सामना करना पड़ता है जिसमें फ्रैक्चर, खूनी घाव और तनाव शामिल हैं।
जिन आयोजनों में पशुओं को जबरन लड़ने के लिए मजबूर किया जाता है वे क्रूर, हिंसक और अवैध हैं। इस प्रकार के अवैध मनोरंजन साधनों का भाग न बने और इनके आयोजन से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी को तुरंत स्थानीय पुलिस को रिपोर्ट करें। कृपया इस प्रकार की लड़ाइयों के आयोजन से संबंधित सभी प्रकार की जानकारी को [email protected] पर मेल करें।