PETA इंडिया के दबाव के बाद अमेज़ॅन इंडिया, मीशो, स्नैपडील और अन्य ई-कॉमर्स दिग्गजों ने अपनी साइट पर चूहे पकड़ने वाले ग्लू ट्रेपस की बिक्री बंद करी
PETA इंडिया की अपील के बाद, अमेज़ॅन इंडिया, मीशो, फ्लिपकार्ट, स्नैपडील और जियोमार्ट जैसी ऑनलाइन साइटस ने ग्लू ट्रैप की लिस्टिंग को हटा दिया है और ब्लॉक कर दिया है। आमतौर पर यह चिपचिपी शीटें कार्डबोर्ड की बनी होती हैं जो अक्सर हर किसी नन्हें जीव की मौत का कारण बनती हैं इसलिए, उनका उपयोग करना वन्य जीवन (संरक्षण) अधिनियम, 1972 का भी उल्लंघन है, जो संरक्षित स्वदेशी प्रजातियों के “शिकार” पर रोक लगाता है।
रिलायंस रिटेल के ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म, जियोमार्ट ने बिक्री के लिए ग्लू ट्रैप को सूचीबद्ध करना बंद कर दिया है, और PETA इंडिया को सूचित किया गया है कि इसकी ऑफ़लाइन रिटेल श्रृंखला – देश भर में 16,000 से अधिक स्टोर के साथ – ग्लू ट्रैप की बिक्री समाप्त करने की प्रक्रिया में है।
इन जालों में फंसे चूहे, छुछुंदर और अन्य जीवों की नाक और मुंह गोंद में फंस जाने से उनका दम घुट जाता है, जबकि कुछ जीव आजादी की चाह में अपने पैरों को भी चबा लेते हैं और खून की कमी से मर जाते हैं। अन्य जीव कई दिनों तक बोर्ड से चिपके रहने के कारण भूख से मर जाते हैं। जीवित रह जाने वाले जीवों लोगों को जाल सहित फेंक दिया जाता है या इससे भी अधिक दर्दनाक मौत का सामना करना पड़ता है, जैसे कि चोट लगना या डूबना।
This is why glue traps are cruel for rats.#PETAIndia pic.twitter.com/Hcjimgqk6u
— PETA India (@PetaIndia) June 28, 2021
PETA इंडिया अब बिगबास्केट और इंडियामार्ट से आग्रह कर रहा है कि वे ग्लू ट्रैप की बिक्री और विज्ञापन को समाप्त करके इन अन्य खुदरा विक्रेताओं का अनुसरण करें और जनता को अन्य खुदरा विक्रेताओं से भी क्रूर उत्पादों को बेचने से रोकने के लिए प्रोत्साहित करें।
चूहों को मानवीय पिंजरे के जाल का उपयोग करके भी हटाया जा सकता है, लेकिन उन्हें वहां छोड़ा जाना चाहिए जहां उन्हें जीवित रहने में मदद करने के लिए पर्याप्त भोजन, पानी और आश्रय मिल सके।
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