PETA इंडिया की शिकायत के बाद, सिरसा के एक व्यक्ति के खिलाफ़ कुत्ते के तीन बच्चों को कुचल कर मारने का मामला दर्ज़ किया गया
एक व्यक्ति द्वारा कुत्ते के सात बच्चों को कुचलते हुए दिखाए जाने का एक वायरल वीडियो सामने आने के बाद, PETA इंडिया ने पुलिस की मदद से ड्राइवर के खिलाफ पहली सूचना रिपोर्ट (एफआईआर) दर्ज करवाई है। बुरी तरह से घायल हुए सात में तीन बच्चों की मौत हो गई, और अन्य चार बच्चे गंभीर रूप से घायल हैं जिन्हें स्थानीय कार्यकर्ता इलाज के लिए ले गए। चालक के खिलाफ सिविल लाइन्स पुलिस स्टेशन द्वारा भारतीय दंड संहिता, 1860 की धारा 279 और 429 और पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 की धारा 11 के तहत एक प्राथमिकी दर्ज की गई है। कई संबंधित नागरिकों ने PETA इंडिया को घटना की सूचना दी थी। वायरल हुए वीडियो में देखा गया कि ड्राइवर वाहन से बाहर निकलता है, कुत्ते के बच्चों को देखता है, वाहन में वापस आता है और उन पर गाड़ी चढ़ा देता है। कुत्ते के घायल हुए बच्चों की चीख-पुकार सुनकर उनकी मां और अन्य लोग घायल बच्चों की ओर दौड़ते नजर आ रहे हैं।
PETA इंडिया सिफारिश करता है कि पशुओं के साथ दुर्व्यवहार करने वालों की मनोचिकित्सकीय मूल्यांकन जांच होनी चाहिए और उन्हें उचित परामर्श प्राप्त करना चाहिए, क्योंकि पशुओं के साथ दुर्व्यवहार एक गहरी मनोवैज्ञानिक गड़बड़ी का संकेत देता है। अनुसंधान से पता चलता है कि जो लोग पशुओं के प्रति क्रूरता करते हैं, वे अपराध को अक्सर दोहराते हैं जो मनुष्यों सहित अन्य पशुओं को चोट पहुँचाने का काम करते हैं। फोरेंसिक रिसर्च एंड क्रिमिनोलॉजी इंटरनेशनल जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन में कहा गया है, “जो लोग पशु क्रूरता करते हैं, उनमें हत्या, बलात्कार, डकैती, हमला, उत्पीड़न, धमकी और नशीली दवाओं/मादक द्रव्यों के दुरुपयोग सहित अन्य अपराध करने की संभावना 3 गुना अधिक थी।”
PETA इंडिया ने सिरसा नगर पालिका से कुत्तों की आबादी को नियंत्रित करने के लिए पशु जन्म नियंत्रण नियम, 2023 के तहत आवश्यक गैर-सरकारी संगठनों की मदद से उनकी नसबंदी करने का भी आग्रह किया है।
PETA इंडिया सभी से अनुरोध करता है कि वो जब भी किसी घायल पशु को देखें तो तत्काल उसकी मदद के लिए उसे पशु चिकित्सक या पशु बचाव समूह से संपर्क करें। ऐसी स्थिति में पशु के साथ रहना और यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है कि उनका उचित इलाज किया जाए और उनकी देखभाल की जाए। PETA इंडिया 24/7 पशु आपातकालीन हेल्प लाइन, 9820122602 संचालित करता है, जिस पर कॉल करने वाले उनके क्षेत्र में मिल पाने वाली स्थानीय मदद और सलाह प्राप्त कर सकते हैं।
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