मशहूर अभिनेत्री अदा शर्मा ने PETA इंडिया के ‘वर्ल्ड फ़ैशन डे’ अभियान के ज़रिये मांस उद्योग की क्रूरता को प्रदर्शित किया

Posted on by Shreya Manocha

 विश्व फैशन दिवस (21 अगस्त) के अवसर पर, मशहूर अभिनेत्री अदा शर्मा PETA, इंडिया के नए अभियान में नज़र आई जिसमें उन्होंने जनता को चमड़े की क्रूरता के खिलाफ़ जागरूक किया। इस मौके पर रिलीज किए गए पोस्टर में अदा शर्मा के शरीर से बिल्कुल पशुओं की तरह ज़िंदा अवस्था में, चमड़ी उधेड़ी जा रही है। इस पोस्टर पर लिखा है कि, “आपकी लैदर जैकेट किसी जीव की खाल है!” एवं “लैदर किसी जानवर के शरीर से उधेड़ी हुई उसकी चमड़ी है”। अदा शर्मा ने बॉलीवुड में अपनी शुरुआत हॉरर फिल्म 1920  जैसी हिट फ़िल्म से करी जिसके बाद वह द केरला स्टोरी  जैसी कई लोकप्रिय फिल्मों का हिस्सा रही। PETA इंडिया के इस अभियान के माध्यम से अदा शर्मा ने चमड़ा उद्योग में हर साल शोषित हो रही 1.4 अरब से अधिक गायों, भेड़ों, बकरियों और लाखों अन्य पशुओं की तरफ जनता का ध्यान आकर्षित किया एवं लोगों से क्रूरता से उत्पन्न पदार्थों का त्याग करने का अनुरोध किया।

इन फोटोज को जाने-माने फोटोग्राफर तेजस नेरुरकर द्वारा शूट किया गया है, अदा शर्मा को जूही अली द्वारा स्टाइल किया गया है और इनका मेकअप एवं हेयर स्टाइल  स्नेहल चांदोरकर द्वारा किया गया है।

अदा शर्मा ने कहा, “मनुष्यों की तरह गायों, भैंसों, सांपों और मगरमच्छों को भी डर एवं पीड़ा का एहसास होता है जिसके बावजूद उन्हें चमड़े के बैग और जूतों के लिए मौत के घाट उतारे जाने के दौरान गहन पीड़ा सहने के लिए जबरन मज़बूर किया जाता है जबकि इन सभी वस्तुओं का निर्माण वीगन चमड़े से भी किया जा सकता है। PETA इंडिया के मेरे दोस्त और मैं आप सभी से अनुरोध करती हूँ कि कृपया बूचड़खानों के दर्द एवं हिंसा को अपने जीवन में स्थान न दें और वीगन फ़ैशन अपनाएँ। हर कोई चमड़े के उपयोग बिना भी आकर्षक लग सकता है।“ 

भारत में चमड़ा उद्योग के लिए इस्तेमाल होने वाले पशुओं को इतनी बड़ी संख्या में गाड़ियों में ठूंस-ठूंसकर  भरा जाता है कि अक्सर रास्ते में ही इनकी हड्डियाँ टूट जाती हैं। इतना कष्ट सहने के बावजूद भी जिन पशुओं की जान बच जाती है, बूचड़खाने में उन जिंदा पशुओं के कसाइयों द्वारा खुलेआम टुकड़े-टुकड़े किए जाते हैं और उनकी खाल उतारी जाती है। चमड़ा उत्पादन हमारे ग्रह के लिए अत्यंत हानिकारक है क्योंकि पशुओं की त्वचा को चमड़े में बदलने के लिए भारी मात्रा में जहरीले रसायनों का उपयोग किया जाता है जिसके कारण स्थानीय जलमार्ग व्यापक स्तर पर प्रदूषित होते है।

 

 

पशु कल्याण, पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य संबंधी चिंताओं को ध्यान में रखते हुए, वीगन फैशन ही भविष्य है। पिछले साल “विश्व फ़ैशन डे” (21 अगस्त) के उपलक्ष्य में, PETA इंडिया और लैक्मे फैशन वीक के अनुरोध पर 33 प्रमुख डिजाइनरों ने पशु एवं पर्यावरण संरक्षण के हित में चमड़े का त्याग किया था जिसमें गौरव गुप्ता, मसाबा गुप्ता, मोनिका और करिश्मा, अनीत अरोड़ा, राणा गिल, श्यामल और भूमिका, सोनाक्षी राज, सिद्धार्थ टाइटलर, रीना ढाका, विक्रम फडनीस, रॉकी स्टार, अत्सु सेखोज, देव आर निल, और अक्षत बंसल जैसे बड़े नाम शामिल हैं। वही अनीता डोंगरे और पूर्वी दोशी काफ़ी समय पहले से चमड़ा मुक्त हैं।

वर्तमान में, सिंथेटिक और अन्य प्रकार के वीगन चमड़े व्यापक रूप से उपलब्ध हैं, जिनमें अनानास के पत्तों, फलों के कचरे, पुनर्नवीनीकरण प्लास्टिक, मशरूम, शहतूत के पत्तों, सागौन के पत्तों, मंदिर से निकालने वाले फूलों, नारियल के कचरे, टमाटर और बहुत से अन्य विकल्प शामिल हैं। पेड़-पौधों से निर्मित चमड़ा भारतीय किसानों के लिए भी एक लाभदायक विकल्प है इसलिए मेघालय राज्य सरकार द्वारा अनानास के चमड़े के उत्पादन को प्रोत्साहित करके एक बेहतरीन संदेश दिया गया है।

इस अभियान में भाग लेकर अदा शर्मा, मशहूर अभिनेताओं की उस सूची में शामिल हो गयी हैं जिनके द्वारा PETA इंडिया के साथ मिलकर वीगन फ़ैशन के हित में आवाज़ उठाई गयी है। इस सूची में अभिनेता रवीना टंडन, सनी लियोन, दीया मिर्जा, सोनाक्षी सिन्हा, इलियाना डिक्रूज, हर्षवर्द्धन राणे, दीपानिता शर्मा, मिलिंद सोमन और जैकलीन फर्नांडीज शामिल हैं।

दयालु निर्णय लें - वीगन जीवनशैली अपनाएं!