हर्षवर्धन राणे, आलिया भट्ट का ‘पेरिस फैशन वीक’ का पूरा लूक, कृति सनोन का ब्रांड ‘हाइफ़न’, लारा दत्ता का ब्रांड ‘एरियास किड्स’ और जेनेलिया देशमुख द्वारा अंबानी शादी में पहनी गयी साड़ी PETA इंडिया के ‘वीगन फैशन अवार्ड्स 2024’ के विजेताओं में शामिल
भारत के डिजाइनरों और रिटेलरों के पास क्रूरता-मुक्त वीगन कपड़ों एवं आभूषणों की मांग में लगातार वृद्धि हो रही है इसलिए डिजाइनर और रीटेलस क्रूरता-मुक्त और पर्यावरण-हितैषी विकल्पों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिए लगातार प्रयास कर रहे हैं। इस बदलाव को प्रोत्साहित करने के लिए, पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) इंडिया द्वारा ‘विश्व वीगन माह’ (नवंबर) के दौरान वर्ष 2024 के ‘वीगन फैशन अवार्ड्स’ के विजेताओं की घोषणा करी गयी है। इस वर्ष के पुरस्कार विजेताओं की पूरी सूची इस प्रकार है:
कंपनी ऑफ द ईयर: वीगन फैशन को बढ़ावा देकर पशुओं और ग्रह की रक्षा में मदद करने के लिए यह पुरस्कार विरगियो को दिया गया है।
सर्वश्रेष्ठ वीगन फैशन क्षण: गौरव गुप्ता द्वारा डिज़ाइन किया गया आलिया भट्ट का ‘पेरिस फैशन वीक’ का पूरा लूक जिसमें मेटल-कास्ट ब्रेस्टप्लेट के साथ काले रंग की बेहद सुंदर शरारा पेंट शामिल हैं।
सर्वश्रेष्ठ वीगन स्टाइल आइकन: चमड़ा मुक्त कपड़े चुनने और PETA इंडिया के साथ वीगन फैशन का प्रचार-प्रसार करने के लिए हर्षवर्धन राणे को यह अवार्ड दिया जा रहा है।
सर्वश्रेष्ठ वीगन किड्स फैशन: बच्चों के लिए पशु-अनुकूल फैशन को आगे बढ़ाने में मदद करने के लिए यह अवार्ड लारा दत्ता के ब्रांड एरियास किड्स को दिया जा रहा है।
सर्वश्रेष्ठ वीगन साड़ी: अनंत अंबानी और राधिका मर्चेंट की शादी के दौरान जेनेलिया देशमुख द्वारा पहनी गई कस्टम हैंडवोवन वीगन विस्कोस जैक्वार्ड साड़ी डिजाइन करने के लिए यह अवार्ड री-सेरेमोनियल को दिया जा रहा है।
व्यक्तिगत देखभाल के सर्वश्रेष्ठ वीगन प्रोडक्टस: हमारी त्वचा के लिए बेहतरीन वीगन उत्पाद बनाने के लिए और पशु हित को ध्यान में रखने के लिए कृति सनोन के ब्रांड हाइफ़न को इस अवार्ड से नवाज़ा गया है।
सर्वश्रेष्ठ वीगन मेकअप: यह अवार्ड विज्ञान-समर्थित फ़ार्मुलों का उपयोग करके, प्राकृतिक सामग्री, विटामिन और एंटीऑक्सिडेंट से वीगन मेकअप का उत्पादन करने के लिए डोटर अर्थ को दिया जा रहा है।
सर्वश्रेष्ठ वीगन ट्रैवल गीयर: वीगन चमड़े का उपयोग करके हाथों से बने ट्रैवल गीयर बनाने के लिए यह अवार्ड ट्रैवलस्लीक को दिया गया है।
सर्वश्रेष्ठ वीगन एथलेटिक परिधान: पर्यावरण-हितैसी एवं वीगन-अनुकूल सामग्रियों का उपयोग करके महिलाओं के लिए आरामदायक और आकर्षक एथलेटिक परिधान तैयार करने के लिए यह अवार्ड ब्लिसक्लब को दिया जा रहा है।
सर्वश्रेष्ठ वीगन हैंडबैग: वीगन सामग्रियों का उपयोग करके सुंदर हैंडबैग डिज़ाइन करने के लिए यह अवार्ड पियास फॉक्स को दिया गया है।
सर्वश्रेष्ठ वीगन महिला जूते: 100% वीगन सामग्री का उपयोग करके महिलाओं के लिए उच्च गुणवत्ता वाले आरामदायक जूते तैयार करने के लिए मोनरो शूज़ को यह अवार्ड दिया गया है।
सर्वश्रेष्ठ वीगन पुरुष जूते: यह अवार्ड एथिक नामक ब्रांड को दिया जा रहा है जो पशु अधिकारों का पूर्ण रूप से समर्थन करता है और ऐसे जूते डिजाइन करता है जो उच्च गुणवत्ता वाले होने के साथ-साथ लंबे समय तक चलते हैं।
सर्वश्रेष्ठ वीगन स्नीकर्स: यह अवार्ड सोलथ्रेड्स को पशु हित को ध्यान में रखते हुए बेहद आकर्षक जूतों का निर्माण करने के लिए दिया जा रहा है।
वस्त्र उद्योग में सर्वश्रेष्ठ नवाचार: रचनात्मकता और शिल्प कौशल की उच्चाईयों को लगातार छूने और 150 से अधिक विशिष्ट वीगन कपड़े डिज़ाइन करने के लिए यह अवार्ड वीविंग वाइबस को दिया जा रहा है।
वीगन चमड़े में सर्वश्रेष्ठ नवाचार: वीगन वीर्य नामक ब्रांड द्वारा गन्ने की खोई की चादरों से बने वीगन चमड़े से जूते, बैग और अन्य चीजों का निर्माण किया जा रहा है जिसके लिए PETA इंडिया ने इन्हें पुरस्कृत किया है।
विर्जियो के CEO और को-फाउंडर श्री अमर नागाराम ने कहा, “हम PETA इंडिया की तरफ से वीगन फैशन अवार्ड पाकर बेहद सम्मानित महसूस कर रहे हैं। पशु क्रूरता का फैशन में कोई स्थान नहीं है और हर साल चमड़े और फर के लिए अनगिनत पशुओं को मौत के घाट उतार दिया जाता है। विर्जियो में, हम क्रूरता-मुक्त और पर्यावरण-हितैषी फैशन अपनाकर इस हानिकारक चक्र को तोड़ने के लिए प्रतिबद्ध हैं। इस पहल की शुरुआत करना और नैतिक फैशन को लोकप्रिय बनाना बहुत ज़रूरी है। हमें मिला यह अवार्ड साबित करता है कि पशुओं के प्रति दयालुता दर्शाते हुए भी, फ़ैशनेबल बना जा सकता है।“
PETA संस्थाओं ने ऐसे कई वीडियो जारी किए हैं जिनमें दिखाया गया है कि फार्म श्रमिकों द्वारा भेड़ों की ऊन काटते समय उन्हें मारा-पीटा जाता है और उनके शारीरिक अंगों को काटा जाता है, मोहेयर और कश्मीरी (ऊन) निकालते समय भेड़ों को खूनी, खुले घावों के साथ छोड़ दिया जाता है, चमड़ा हेतु गायों और भैंसों का गला चीरा जाता है, विदेशी चमड़ा उद्योग में जिंदा मगरमच्छों की रीढ़ की हड्डी में लोहे की रोड घुसाई जाती है, फर फार्मों पर पशुओं को बिजली के झटके देकर मौत के घाट उतारा जाता है और रेशम के कीड़ों को जीवित उबालकर सिल्क का निर्माण किया जाता है। PETA इंडिया की मुंबई के देवनार बूचड़खाने की नवीनतम जांच में चमड़ा हेतु जानवरों के प्रति भयावह क्रूरता का खुलासा हुआ।