PETA इंडिया के नए अभियान के अंतर्गत जैकलिन फर्नांडीज ने एक फ़रिश्ते के रूप में जनता को बेघर पशुओं के गोद लेने के लिए प्रोत्साहित किया
मशहूर अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज PETA इंडिया के एक नए अभियान में नज़र आयी जिसके ज़रिये उन्होंने अपने प्रशंसकों से अपने साथी कुत्ते एवं बिल्लियों को किसी पालतू पशुओं की दुकानों या प्रजनकों से गोद लेने के बजाय पशु आश्रय घरों से गोद लेने के लिए प्रोत्साहित किया। इस अभियान की फ़ोटो में एक खूबसूरत फॉक्स-फर कोट पहनकर पंखों से सजी हुई जैकलीन फर्नांडीज ने अपने द्वारा रेस्कयू किए गए योलो के साथ पोज़ किया जिसके नाम पर वह Yolo Foundation नाम की एक संस्था भी चलाती हैं। इस फ़ोटो के माध्यम से जनता को, “पशुओं के लिए फ़रिश्ता बनें: उन्हें खरीदने के बजाय हमेशा गोद लें!” का संदेश दिया गया एवंअभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज द्वारा PETA इंडिया को दान दिया गया है, बेहतरीन फोटोग्राफर सुरेश नटराजन द्वारा शूट किया गया है और जैकलीन की स्टाइलिंग चंदिनी व्हाबी द्वारा करी गयी है।
अभिनेत्री जैकलीन फर्नांडीज ने कहा, “योलो को गोद लेना मेरा और योलो दोनों के लिए एक बेहतरीन अनुभव था और मुझे आज भी पशु आश्रयघरों में प्यारभरे घरों का इंतज़ार कर रहे कई बेघर कुत्तों एवं बिल्लियों के बारे में सोचकर बहुत बुरा लगता है जिनके ज़रिये मेरी तरह कई घरों को बहुत सारा प्यार और खुशी मिल सकती है। PETA इंडिया के मेरे दोस्त और मैं ऐसे सभी परिवारों से अनुरोध करते हैं जिनके पास अपने साथी पशुओं को देने के लिए समय, जगह एवं प्यार हैं, कृपया अपने साथी पशु को खरीदने के बजाय उसे किसी सड़क या पशु आश्रय घर से गोद लें।”
भारत में, 60 मिलियन से अधिक कुत्ते और बिल्लियाँ सड़कों पर अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं, जबकि 88 लाख से अधिक पशु प्यारभरे घरों की कमी के कारण आश्रय घरों में रह रहे हैं। प्रजनकों और पालतू पशुओं की दुकानों से इन पशुओं को खरीदने से यह संकट और भी बढ़ जाता है, क्योंकि नए पशुओं के प्रजनन करने का मतलब है कि इस दुनिया में पहले ही जन्म ले चुके और सड़कों एवं आश्रयघरों में जीवन अपना व्यतीत कर रहे पशुओं के लिए एक घर कम हो जाता है। सड़कों पर रहने वाले कुत्ते और बिल्लियाँ क्रूर लोगों के शिकार बन सकते हैं और उनके भूखे मरने, कारों से टकराने, या अनुपचारित बीमारियों या चोटों से पीड़ित होने का ख़तरा बहुत अधिक होता है।
PETA इंडिया ने खरीदारों को चेतावनी दी है कि प्रजनन किए गए कुत्ते जिन्हें आमतौर पर पालतू पशुओं की दुकानों में और प्रजनकों द्वारा बेचा जाता है उनका प्रजनन जानबूझकर कुछ खास शारीरिक लक्षणों जैसे कि छोटी नाक और झुकी हुई पीठ के साथ किया जाता है, जिससे वे कई बीमारियों के प्रति संवेदनशील हो जाते हैं जिसमें सांस लेने में समस्या, हिप डिसप्लेसिया, हृदय रोग, मिर्गी, और आंख और कान में संक्रमण शामिल है। इसके विपरीत, भारतीय देसी नस्ल के कुत्ते शारीरिक रूप से अधिक मज़बूत होते हैं क्योंकि उन्हें जानबूझकर छोटे जीन पूल से असामान्य शारीरिक लक्षणों के साथ पैदा नहीं किया जाता है।
इस अभियान में भाग लेकर जैकलीन फर्नांडीज ऐसी मशहूर हस्तियों की सूची में शामिल हो गयी हैं जिन्होंने PETA इंडिया के साथ मिलकर जनता को बेघर पशु गोद लेने के लिए प्रोत्साहित किया है जिसमें आलिया भट्ट, माधुरी दीक्षित नेने, डायना पेंटी, सोनाक्षी सिन्हा, रवीना टंडन, तृषा कृष्णन, डिनो मोरिया और इमरान खान जैसे नाम शामिल हैं।
PETA इंडिया घरेलू पशुओं की नसबंदी का समर्थन करता है। नसबंदी एक सामान्य और सस्ती प्रक्रिया है जिसके ज़रिये अधिक पशुओं को सड़क पर पीड़ित होने और संघर्ष करने के लिए पैदा होने से रोका जा सकता है।