अनुमान लगाए की किस मशहूर हस्ती (सेलिब्रिटी जोड़े) के विवाह में घोड़े का इस्तेमाल नही हुआ ?
नए जोड़े अपनी शादियों में घोड़ों के इस्तेमाल की बजाए अन्य विकल्पों को चुन रहे हैं।
युवाओं के जीवन में शादी एक महत्वपूर्ण अवसर होता है व परिवार तथा दोस्तों के लिए आनंद भरा उत्सव। हालांकि शादी में दूल्हे को जबरन अपनी पीठ पर लेजाने वाले घोड़े के लिए यह शादी समारोह केवल दुर्व्यवहार, दर्द और पीड़ा का अनुभव कराता है। आजकल नए जोड़े व मशहूर हस्तियाँ यह सुनिश्चित करने के लिए कि उनके जीवन के सबसे महत्वपूर्ण समारोह में किसी जानवर के साथ क्रूरता न हो, वह अपने विवाह में जानवरों का इस्तेमाल करने से बच रहे हैं।
शादियों को धूमधाम से मनाया जाता है किन्तु इन समारोहों में इस्तेमाल होने वाले घोड़ों को कभी भी प्यार का अनुभव नहीं मिलता। घोड़ों को नियंत्रित करने वाले उनके मुह के अंदर नुकीली लगाम (स्पाइक बिट्स) का इस्तेमाल करते हैं ताकि इस से होने वाली घबराहट, घाव, सूजन और चोट का लाभ उठाकर वह घोड़े को आसानी से नियंत्रित कर सके हालांकि इस नुकीली लगाम का इस्तेमाल “प्रिवेंशन ऑफ़ क्रुएलिटी टू ड्राट एंड पैक नियम -1965” के नियम 8 के तहत प्रतिबंधित है। इस स्पाइक बिट्स से लगी चोट घोड़ों के मुँह को हमेशा केलिए क्षतिग्रस्त कर सकती है।
स्पाइक बिट्स से मिलने वाले कष्ट के अलावा, शादियों में जोरदार संगीत, भीड़ व आतिशबाज़ी होती है जो घोड़ों को बेहद परेशान करती है क्यूंकि घोड़े ध्वनि के प्रति बेहद संवेदनशील होते है व उनको वह आवाज भी सुनाई दे जाती जिसे मनुष्य नहीं सुन सकते। इसलिए समारोह में होने वाले तेज शोर से घोड़ों को घबराहट होती है जिससे अनियमित व्यवहार व दुर्घटनाए हो सकती हैं।
जब घोड़ो का इस्तेमाल नहीं हो रहा होता तो उनको रस्सियों से बांधकर गंदे व बदबूदार स्थानों पर रखा जाता है। उनका बाड़ा इतना छोटा होता है की घोडा समान्य क्रियाकलापों में भी मुश्किल महसूस करता है। उन्हे आम तौर पर पर्याप्त भोजन, पानी और पशु देखभाल चिकित्सा से वंचित रखा जाता है इसलिए कई बार अत्यधिक गर्मी के दौरान थकावट व निर्जलीकरण के कारण वे बेहोश होकर गिर जाते हैं। ये घोडे अस्वस्थ स्थितियों में रहते हैं, उनको पैरों की देखभाल नहीं दी जाती व अधिकांशता वो सीमेंट के बने पक्के स्थानो पे खड़े रहते है इसलिए उनके पैरों में गठिया (जोड़ों की सूजन) कैंकर (पैर के अंदर गोभी के आकार का विकास), थ्रश (एक प्रकार का संक्रमण) व लेमिनाइटिस (पैर की आंतरिक सूजन) जैसी बीमारियों के शिकार होते हैं।
घोड़े से कुछ घातक बीमारियाँ मनुष्यों तक पहुँचने के खतरों की सम्भावनाए भी है। जैसे की महिला एवं बाल कल्याण मंत्री मेनका गांधी ने चेतावनी दी है कि भारत में महामारी के आसार है।
शाहिद कपूर और मीरा राजपूत ने अपने विवाह में घोड़े का इस्तेमाल नहीं किया, नील नितिन मुकेश और रुक्मिणी सहाय, ज़हीर खान और सागारिका घाटगे, नेहा धुपिया और अंगद बेदी, फिल्म अभिनेत्री अनुष्का शर्मा और भारतीय क्रिकेट कप्तान विराट कोहली ने भी अपनी शादी में जानवरों का इस्तेमाल नहीं किया व बी टाउन की मशहूर अदाकारा सोनम कपूर और आनंद अहुजा की हाल ही में हुई शादियां में भी घोड़े का इस्तेमाल नहीं हुआ।
मशहूर हस्तियाँ अब शादी समारोहों में घोड़ों के आलावा शानदार कारों का इस्तेमाल कर रही हैं। भारतीय क्रिकेटर युवराज सिंह ने अपनी शादी के खास अवसर पर केवल वाहन का इस्तेमाल ही किया।
बॉलीवुड के इन सितारों से प्रेरणा लें व अपनी शादी में घोड़ों का इस्तेमाल न करें। अपनी शादी में घोड़ों का इस्तेमाल न करने का वचन लें ।
शादियों में घोड़ों का उपयोग न करने की शपथ लें