यूलिन-(कुत्ते खाने का उत्सव) के लिए मारे जाने वाले कुत्तों की मदद करें।

Posted on by Surjeet Singh

चीन में यूलिन त्यौहार (कुत्ते खाने का उत्सव) के दौरान प्रतिवर्ष हजारों कुत्तों व बिल्लियों को मार दिया जाता है। PETA इंडिया लोगों से आग्रह करता है कि वो कुछ ऐसी कार्यवाही करें जिसका प्रभाव लम्बे समय तक रहे जैसे लैदर न खरीदें। PETA एशिया की एक जांच में पाया गया की कुत्तों की त्वचा से चमड़े के दस्ताने, बेल्ट, जूते, जॉकेट के गले की फ़र, बिल्ली वाले खिलौने तथा अन्य बहुत से उपकरण तैयार करने के लिए कुत्तों को मार दिया जाता है। प्रत्यक्षदर्शी ने कत्लखानों में देखा की श्रमिक एक के बाद एक कुत्ते को धातु की एक राड से कुत्ते को गर्दन से खींच कर लाते है और उसके सिर पर लकड़ी के मजबूत डंडे से वार करते है। कुछ कुत्ते एक दो वार में ही बेहोश हो जाते हैं जबकि कई लगातार पीड़ा से चिल्लाते रहते हैं। बहुत से कुत्ते गर्दन कटने और उनके शरीर से उनकी खाल अलग होने से पहले जिंदा होते है व सांस लेने में तकलीफ महसूस कर रहे होते हैं। मरने के लिए जिन कुत्तों का अगला नंबर था उन्हे जब श्रमिक धीरे धीरे आगे बड़ाने का प्रयास कर रहा था तो वो छटपटा रहे थे व भौंक रहे थे। एक कार्यकर्ता ने जांचकर्ता को बताया कि इस केंद्र पर प्रतिदिन 100 से 200 कुत्तों को मारकर उनकी खाल उतार ली जाती है। जिस समय यह वीडियो बनाया गया उस समय वहाँ 300 जीवित कुत्ते मौजूद थे जिनको काटा जाना था।

इन कुत्तों की खाल से बने उत्पादों को पूरे विश्व में बेचा जाता है। इसलिए यदि आप चमड़े से बने उत्पाद खरीदें तो याद रखें कि यह बताना आसान नहीं कि आपने किसकी खाल पहनी है। अंतराष्ट्रीय स्तर पर चमड़े की मांग कम करके आप चीन के इन कुत्तों को मरने से बचाने में मदद कर सकते हैं।

आप क्या कर सकते हैं-

संकल्प लें कि आप जानवरों के चमड़े से बने उत्पाद नहीं इस्तेमाल करेंगे