स्कूली छात्रों को “मानवीय शिक्षा” प्रदान करने हेतु टाटा पावर एवं PETA इंडिया की संयुक्त पहल

Posted on by Surjeet Singh

टाटा पावर ने “कार्पोरेट सोशल रिस्पांसबिलिटी” कार्यक्रम के तहत 5 सितम्बर- ‘शिक्षस दिवस’ से ठीक पहले PETA इंडिया के साथ हाथ मिलाते हुए, मानव शिक्षा कार्यक्रम “कम्पेशनेट सिटीजन” (दयालु नागरिक) के माध्यम से देश के 250 अध्यापकों को प्रशिक्षित करने का लक्ष्य लिया। मानव शिक्षा कार्यक्रम से मिली जानकारी की सहायता से यह अध्यापक स्कूली छात्रों को जानवरों व दूसरों के प्रति सहानुभूति, दया तथा सम्मान की भावना प्रबल करने पर शिक्षित करेंगे। अध्यापकों के लिए 8 से 12 वर्ष के छात्रों को प्रशिक्षित करने वाली सामग्री व वीडिओ टाटा पावर के “क्लब एनर्जी” वेबपेज पर उपलब्ध है।

ज़्यादातर बच्चों में स्वाभाविक रूप से जानवरों के प्रति प्यार व स्नेह होता है किन्तु समाज में जानवरों के प्रति प्रचलित क्रूरता को देख वो उस स्वाभाविक करुणा को खो देते हैं। अन्य प्रजातियों के प्रति सम्मान की कमी धीरे धीरे मनुष्यों के प्रति असंवेदनशीलता और क्रूरता में बदल जाती है।

वास्तव में मनोवेज्ञानिकों, समाजशास्त्रियों एवं कानून प्रवर्तन अधिकारियों द्वारा यह भलीभांति उल्लेख किया गया है कि बच्चों के द्वारा जानवरों के प्रति क्रूरता का कृत्य आगे चलकर मनुष्यों के प्रति हिंसा की प्रवत्ति में बदल जाता है। PETA इंडिया का मानव शिक्षा कार्यक्रम एक ऐसा भविष्य सुनिश्चित करने में मददगार है की जिस पर्यावरण में हम रहते वहाँ जानवरों तथा इन्सानों के प्रति सम्मानपूर्वक व्यवहार हो सके।

 “कम्पेशनेट सिटीजन” (दयालु नागरिक) कार्यक्रम एक व्यापक पाठ्यक्रम है। इसमे एक 23 मिनट का वीडियो भी शामिल है जिसमे प्रेरणादायक कहानियाँ, अद्भुत तथ्य, बच्चों द्वारा दूसरों के द्रष्टिकोण को समझने वाली तकनीकें तथा जानवरों की रक्षा के तरीकों पर उनकी उम्र के मुताबिक की जानकारियां दी गयी हैं।

इस कार्यक्रम को स्कूली पाठ्यक्रम के अन्य विषयों जैसे भाषा कला, विज्ञान, सामाजिक अध्ययन, पर्यावरणीय मुद्दे एवं मूल्यों पर दी जाने वाली शिक्षा में आसानी से शामिल किया जा सकता है। स्कूलों में पर्यावरण या पशु क्लब बनाकर उनमे भी इस कार्यक्रम का इस्तेमाल किया जा सकता है।

“दयालु नागरिक” कार्यक्रम भारत के पशु कल्याण बोर्ड, केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड तथा केंद्रीय विद्यालय संगठन स्कूलों द्वारा मान्यता प्राप्त है। इसे स्वेच्छा से 1.67 लाख स्कूलों द्वारा उपयोग किया जाता है जो पूरे भारत में लगभग 5 करोड़ 90 लाख छात्रों तक पहुंचता है। बहुत से राज्य जैसे आंध्रा प्रदेश, चंडीगढ़, दिल्ली, गोवा, गुजरात, हरियाणा, केरला, मध्य प्रदेश एवं तेलंगाना ने एक परिपत्र जारी कर स्कूलों से कहा है कि वो इस कार्यक्रम के पिछले संस्करण जो की स्थानीय भाषा में उपलब्ध है को आधिकारिक रूप से स्कूल के पाठ्यक्रम में शामिल करें।

“दयालु नागरिक” कार्यक्रम की शिक्षण सामग्री तथा वीडियो की एक-प्रति निशुल्क प्राप्त करने के लिए स्कूली अध्यापक PETA इंडिया को सीधे [email protected] पर लिख सकते हैं।

अधिक जानकारी के लिए कृपया CompassionateCitizen.com पर जाएँ।