12वीं मंजिल से गिरे एक कछुवे की दर्दनाक कहानी
PETA इंडिया को आपातकालीन नंबर पर ठाणे की एक महिला ने फोन करके बताया की उसको सड़क के किनारे एक कछुवा मिला था जिसे लेकर वह असमंजस में है।
यह नन्हा जीव किसी गाड़ी की चपेट में आकर घायल ना हो जाए यह सोचकर वह महिला उस कछुवे को एक अपार्टमेंट में 12वीं मंजिल पर स्थित अपने घर पर ले आयी। कछुआ घर की बालकनी में सुरक्षित रहेगा, यह सोचकर उस महिला ने कछुए को अपनी बालकनी में रख दिया और जब वह वापिस लौटी और कछुवे को अपनी जगह पर ना देख कर उसे ढूँढना शुरू किया, उस महिला ने पाया की कछुवा बालकनी में नहीं बल्कि 8 मंजिल नीचे गिरकर चौथी मंजिल की बालकनी में गिरा हुआ है। कछुवे का ऊपरी खोल बुरी तरह टूट चुका था। जब उस महिला ने हमारे बचाव एवं राहत दल से संपर्क किया, हमारी टीम ने अनेकों स्थानीय वन्यजीव सस्थाओं से संपर्क किया लेकिन उस दिन दशहरे की सरकारी छुट्टी होने के कारण किसी भी संस्था से हमारा संपर्क नहीं हो पाया। अंततः PETA इंडिया ने अपने एक राहत कर्मी को उस कछुवे के बचाव के लिए भेजा।
उस छोटे से जीव का इलाज कराने तथा नियमित देखभाल के बाद उसकी स्थिति में सुधार आपने के बाद उसे एक स्थानीय झील में छोड़ दिया गया। अब वह कछुआ एक बार फिर खुशहाल जीवन जी रहा है।
कभी भी यह मत सोचिये कि, “यह काम कोई और कर लेगा”। जब भी कोई पशु किसी संकट में नजर आए तो तुरंत उसकी मदद करें। आप किसी को जिंदगी दे सकते हैं।