जानवरों के लिए कार्य : PETA युवा दल के नए वीडियो चैलेंज “Say No To Cages” में हिस्सा लें।
जैसा कि देशभर में COVID-19 लॉकडाउन जारी है, घरो पर रहने के कारण मनुष्य अपने आप को पिंजरे के अंदर कैद जानवरों की तरह महसूस कर रहे हैं जो अच्छी बात नहीं है। प्रतिदिन सामाजिक अलगाव बनाए रखना हम सबके के लिए नया है व यह कठिन काम है , लेकिन वास्तव में चिड़ियाघर, सर्कस और ऐसे ही अन्य संस्थानों में जानवरों को हमेशा के लिए कैद करके दुखद रखना है और वह इस कैद की पीड़ा को लम्बे समय से सहते आ रहे हैं।
Is lockdown making you feel gloomy?
Imagine how animals feel locked up in cages.They don’t even have their families to talk to. #SayNoToCages #SayNoToZoos pic.twitter.com/DBgr7NVDIC
— PETA India (@PetaIndia) April 6, 2020
इसीलिए हम चाहते हैं की आप PETA युवा दल के “Say No To Cages” वीडियो चैलेन्ज में भाग लें व अपनी कला के माध्यम से पिंजरों में कैद पीड़ा सह रहे जानवरों की मदद करें। आपको बस एक छोटा सा वीडियो शूट करना है इसके लिए आप “टाइम लैप्स” तकनीक का उपयोग भी कर सकते हैं। इस वीडियो में आपको दर्शाना है की लॉकडाउन के दौरान आप दिनभर घर पर क्या करते हो और कैसा महसूस कर रहे हो, ठीक उसी तरह जिस तरह आजीवन पिंजरे में कैद जानवर हर दिन कैसा महसूस करते होंगे व उनकी क्या पीड़ा है। इस चैलेंजे में भाग लेने के लिए अपने इस वीडियो को अप्रेल का महिना समाप्त होने से पहले #SayNoToCages के साथ अपने सोशल मीडिया अकाउंट्स पर पोस्ट कीजिये।
वीडियो किस तरह बनाना है यह देखने के लिए आप PETA इंडिया के एसोसिएट डायरेक्टर ऑफ सेलिब्रिटी एंड पब्लिक रिलेशन सचिन बंगेरा द्वारा बनाये गए इस वीडियो को देख सकते। अपना वीडियो उपलोड करते समय PETA इंडिया को टैग करना न भूलें। सबसे बेहतरीन एवं प्रभावशाली वीडियो को हम अपने Facebook, Twitter, or Instagram पर उपलोड करेंगे व “जानवरों और पक्षियों को पिंजरे में कैद नहीं करना चाहिए” आपके इस संदेश को अन्य लोगों में फैलाएँगे।
Life in a cage, is NO life at all! Animals in zoos spend the rest of their lives in isolation. Say NO to cages. Say NO to zoos. @PetaIndia #QuarantineLife pic.twitter.com/w5na7AEoJF
— Sachin Bangera (@Sachbang) March 28, 2020