अचानक से मांसाहार की मांग घट गयी है, क्या KFC ‘वीगन चिकन’ शुरू करेगा ?
ज़ूनोटिक बीमारियों के कारण भारत में चिकन की बिक्री लगभग 50% तक घट गई है, इसके मद्देनज़र, PETA इंडिया ने मांसाहार फ़ास्ट फ़ूड बिक्री के लिए जानी जाने वाली फ़ूड चेन “KFC” को पत्र लिखकर उन्हें अपने खाद्य मेन्यू में वीगन चिकन (पौधों पर आधारित पदार्थ) शामिल करने के लिए आग्रह किया है। भारत में मांस-मुक्त चिकन और अन्य वीगन मांस की बिक्री करने वाली कंपनियों में से GoodDot एक कंपनी है।
दुनिया की सबसे बड़ी और प्रमुख डाटा एनालिटिक्स कंपनी “GlobalData” जो लगभग 4,000 कंपनियों के साथ काम करती है, इस कंपनी की वर्ष 2018 की रिपोर्ट के अनुसार, COVID-19 का प्रकोप फैलने से पहले ही दुनियाभर के 70 % लोगों ने मांसहार खाने की आदात कम कर रहे थे।
स्वाइन फ़्लू, इबोला, HIV और कई अन्य ज़ूनोटिक रोगों की उत्पत्ति जीवित जानवरों के बाजारों में से, फ़ैक्टरी फार्म्स में से, बूचड़खानों में से या फिर मांस से जुड़े किसी अन्य स्रोत से मनुष्यों में फैले थे। SARS की तरह, COVID-19 को भी चीन के मांस बाजारों में से मानव में संक्रमित हुआ पाया गया है। H5N1 बीमारी की शुरुआत होंगकोंग के जीवित पशु बाजारों और मुर्गी पालन व्यवसाय केंद्रों से हुई थी जिसके चलते इसकी चपेट में आने वाले 60 % मनुष्यों की मृत्यु हो गयी थी।
हर वह व्यक्ति जो वीगन जीवनशैली अपनाता है वह ह्रदय रोग, डायबिटीज और कैंसर जैसी बिमारियों से तो बचता ही है साथ ही साथ वह जानवरों की पीड़ा भी कम करता है और उन्हें खौफ़नाक मौत से भी बचाता है।