भारत की बड़ी टेक्सटाइल कंपनी ‘बिड़ला सेंचुरी’ भी “PETA स्वीकृत वीगन कार्यक्रम” में शामिल
PETA इंडिया का “PETA स्वीकृत वीगन” कार्यक्रम ग्राहकों को वीगन उत्पाद (बिना पशुओं के इस्तेमाल से बने उत्पाद) की पहचान करने में मदद करता है। ‘बिड़ला सेंचुरी’ कंपनी दुनिया के प्रीमियम कॉटन वस्त्रों के सबसे बड़े उत्पादकों और निर्यातकों में से एक जो अब अपने वीगन उत्पादों पर “PETA स्वीकृत वीगन” लोगो को लगाकर उनकी बिक्री करेगी।
आजकल पशु कल्याण से प्रेरित ज्यादातर कंपनियां वीगन फ़ैशन और वीगन घरेलु उत्पादों का निर्माण कर रही हैं। जैसा कि PETA इंडिया का एक सिद्धांत है कि, “जानवर हमारे वस्त्र बनने हेतु नहीं हैं”- चमड़े के लिए गायों को मार दिया जाता है, सांपों को उनकी त्वचा के लिए मार दिया जाता है और कई अन्य जानवरों से उनकी फर उतारने के लिए उन्हे काट दिया जाता है, इतना ही नहीं इन जानवरों से उनकी खाल प्राप्त करने के दौरान, अक्सर सचेत अवस्था में होने के बावजूद उन्हें काट दिया जाता है व उनके अंग शक्त-विशक्त कर दिये जाते हैं। ऊन उद्योग में मजदूरों को भेड़-बकरियों के साथ मार पीट करते, लात घूंसे मारते, फर्श पर पटकते हुए देखा गया है।
‘बिड़ला सेंचुरी’ कंपनी, बिड़ला टेक्सटाइल्स एंड इंडस्ट्रीज लिमिटेड का ही एक भाग है जो साफ-सुथरे उच्च गुणवत्ता वाले कपड़े तथा घरेलू चादरों का निर्माण करती है। बिड़ला सेंचुरी कंपनी भी अब “PETA स्वीकृत वीगन” उत्पाद कार्यक्रम की उस लंबी फेहरिस्त का हिस्सा बन गयी है जिसमे पहले से ही अनीता डोंगरे, पूर्वी दोशी और चंदन गांधी की द मैरून सूट नामक जाने माने डिज़ाइनर्स, ब्रैंड्स और कंपनियाँ शामिल हैं ।
अब “PETA स्वीकृत वीगन लोगो” की वजह से, बिना पशुओं के इस्तेमाल से बनने वाले वीगन कपड़े, समान व खुदरा उत्पादों को ढूँढना आसान हो गया है और इसके लिए “PETA स्वीकृत लोगो” कार्यक्रम का धन्यवाद।
“PETA स्वीकृत लोगो” कार्यक्रम से जुड़ी कंपनियों की सूची यहाँ देखें