डायना पेंटी ने ‘बी काइंड टू एनिमल्स वीक’ के अवसर पर PETA इंडिया के अभियान के माध्यम से लोगों को कुत्ता गोद लेने के लिए प्रोत्साहित किया
मशहूर अभिनेत्री डायना पेंटी ने ‘बी काइंड टू एनिमल्स वीक’ (5 से 11 मई) के अवसर पर ‘वर्ल्ड फॉर ऑल’ के पास गोद लेने के लिए उपलब्ध ‘बिस्किट’ नामक कुत्ते के साथ फ़ोटोशूट कराकर अपने प्रशंसकों का ध्यान पशु आश्रयो घरों में अपने लिए एक प्यार भरे घर का इंतजार कर रहे लाखों कुत्तों की पीड़ा की ओर आकर्षित किया। PETA इंडिया के इस नए अभियान का उद्देश्य जनता को पालतू पशुओं की दुकानों या ब्रीडर्स से पशु खरीदने के बजाय, बेघर पशुओं को गोद लेने के लिए प्रोत्साहित करना है। डायना पेंटी अक्सर अपने इंस्टाग्राम के लगभग 5 मिलियन फॉलोअर्स के लिए अपने पशु साथी ‘विक्की’ के साथ फ़ोटोज पोस्ट करती हैं जिससे वह अपने “जीवनभर का साथी” भी मानती हैं। इस अभियान को मशहूर फोटोग्राफर तेजस नेरुरकर द्वारा शूट किया गया है और इसकी स्टाइलिंग नमिता एलेक्जेंडर द्वारा और हेयर एवं मेकअप श्रद्धा मिश्रा द्वारा किया गया था।
अभिनेत्री डायना पेंटी ने कहा, “विक्की को गोद लेना मेरे जीवन का सबसे अच्छा निर्णय था, और मैं आपको अपने स्वयं के अनुभव से बता सकता हूं कि देसी नस्ल के कुत्ते बहुत ही अच्छे होते हैं! यह बहुत ही प्यारे, चंचल, बुद्धिमान और सभी परिस्थितियों में स्वयं को ढाल लेने वाले होते हैं। मैं PETA इंडिया के अपने साथियों के साथ मिलकर आपसे अनुरोध करती हूँ कि अगर आपके पास अपने साथी पशु को देने के लिए समय, जगह, संसाधन और दिल में बहुत सारा प्यार उपलब्ध हैं तो कृपया इन्हें सड़क या स्थानीय आश्रय घर से गोद लेकर एक नया जीवन प्रदान करें।”
डायना पेंटी द्वारा यह भी उल्लेखित किया गया कि भारत की सड़कों पर अनेक कुत्ते-बिल्लियाँ प्रतिदिन जीवित रहने के लिए संघर्ष करते हैं। खाने की कमी की कारण इनमें से अधिकतर पशुओं को भूखमरी का सामना करना पड़ता है और कई पशु चलती सड़क पर वाहनों के नीचे दबकर अपनी जान गवां देते हैं या इन निर्दोष प्राणियों को टूटी हड्डियों सहित कई प्रकार के गंभीर घावों का सामना करना पड़ता हैं जिनके संक्रमित होने का भी भारी खतरा होता है। इन पशुओं को कई क्रूर लोगों द्वारा शोषित भी किया जाता है। वर्तमान में, कई पशु विभिन्न आश्रयो घरों में अपना जीवन व्यतीत कर रहे हैं क्योंकि उनके लिए अच्छे घर उपलब्ध नहीं हैं। बेघर कुत्ते-बिल्लियों को गोद लेने के बजाय उन्हें ब्रीडर्स या दुकानों से खरीदने के कारण भारत की पशु बेघरी की समस्या में और अधिक बढ़ोत्तरी होती है।
PETA इंडिया ने खरीदारों को चेतावनी दी है कि प्रजनन किए गए कुत्ते जिन्हें आमतौर पर पालतू पशुओं की दुकानों में और प्रजनकों द्वारा बेचा जाता है उनका प्रजनन जानबूझकर कुछ खास शारीरिक लक्षणों जैसे कि छोटी नाक और झुकी हुई पीठ के साथ किया जाता है, जिससे वे कई बीमारियों के प्रति संवेदनशील हो जाते हैं जिसमें सांस लेने में समस्या, हिप डिसप्लेसिया, हृदय रोग, मिर्गी, और आंख और कान में संक्रमण शामिल है। इसके विपरीत, भारतीय देसी नस्ल के कुत्ते अपने अद्भुत आचरण के लिए जाने जाते हैं और वह शारीरिक रूप से मज़बूत होने के साथ-साथ स्वयं को सभी प्रकार की परिस्थितियों में ढाल भी लेते हैं।
बिस्किट और इसके जैसे कई अन्य कुत्ते वर्ल्ड फॉर ऑल, मुंबई में गोद लेने के लिए उपलब्ध हैं। कुत्ते या बिल्ली को गोद लेने के लिए, 9820001506 या 9820191321 पर कॉल करें या अपने स्थानीय पशु आश्रय घर का दौरा करें।