वीगन जीवनशैली को बढ़ावा देने के लिए PETA इंडिया का “मैं जीव हूँ, माँस नहीं” विज्ञापन अभियान
PETA इंडिया ने दिल्ली, हैदराबाद एवं मुंबई में ऐसी विज्ञापन बोर्ड लगाए हैं जिन पर पर बकरे के चित्र के साथ संदेश लिखा था कि “I am ME, Not Mutton. See the Individual, Go vegan” जिसका हिन्दी अर्थ है “मैं भी एक जीव हूँ, मांस नहीं। कृपया मुझे जीवित प्राणी के रूप में देखिये। वीगन बनिए”।
PETA इंडिया के एक प्रवक्ता आमिर नबी कहते हैं,
मैं वीगन हूँ, हमारी तरह जानवर भी दर्द एवं पीड़ा का अनुभव करते हैं, उनमे भी बहुत सी खूबियाँ होती हैं और हमारी तरह वह भी अपने जीवन को महत्व देते हैं। मैंने ईद-ऊल-अज़हा मनाने का रास्ता चुन लिया है, मैं गरीबों में फल-फ्रूट बांटकर ईद मनाऊँगा। मैं कुर्बानी दिये जाने की भावना का सम्मान करता हूँ इसलिए किसी जीवित प्राणी की जान लेने की बजाय हर रोज दान धर्म के काम करता हूँ और ऐसा करके मुझे बेहद खुशी मिलती है।“
बकरियाँ बहुत ही चंचल एवं समझदार जानवर होती हैं लेकिन अक्सर उनको उनके कानो से या खाल से खींचकर गाड़ियों में ठूस ठूस कर भरा जाता है की कत्लखानों तक पहुँचने से पहले ही दम घुटने या हड्डियाँ टूटने से मर जाती हैं। और जो बच जाती हैं उन्हें खुले में, दूसरे जानवरों के सामने तेज़ धारदार चाकू से आधा गला काटकट धीमी मौत मरने के लिए छोड़ दिया जाता है। बकरीद के त्यौहार पर तो इन बकरों को खुलेआम सड़क के किनारे अप्रशिक्षित कसाइयों के द्वारा मौत के घाट उतारा जाता है लेकिन हम ईद को क्रूरता मुक्त तरीकों से भी मना सकते हैं।
सर्वोच्च्च न्यायलय ने अपने एक आदेश में कहा था कि जानवरों को केवल लाइसेंस प्राप्त बूचड़खानों में ही मारा जा सकता है इसीलिए PETA इंडिया ने पहले से ही राज्यों को आगाह किया है कि बकरीद के मद्देनज़र जानवरों के अवैध परिवहन एवं हत्याओं पर रोक लगाई जाए।
PETA इंडिया ने मुंबई के देवनार बूचड़खाने से सटे एक ऐसे बाजार का पर्दाफाश किया था जहाँ पिछले साल 1.24 लाख से अधिक बकरियाँ और भेड़ें और लगभग 2,700 भैंसों को बकरीद की कुर्बानी हेतु बेचने के लिए लाया गया था इस जांच से यह भी खुलासा हुआ की अत्यधिक संख्या में पशुओं को गाड़ियों में भरकर परिवहन करने के दौरान पशुओं की मौत होना आम बात है। देवनार बूचड़खाने के अंदर मृत भैंसों की लाशों को बुलडोजर की मदद से हटाया जा रहा था और वहां एक शेड के नीचे भैंस, बकरियों और भेड़ों की लाशों का ढेर लगा था।
जानवरों को कुर्बानी से बचाना चाहते हैं? यहाँ देखिये आप क्या कर सकते हैं।