वेदांत शिक्षक आचार्य प्रशांत और PETA इंडिया की निदेशक पूर्वा जोशीपुरा ने प्रजातिवाद, करुणा और वीगन जीवनशैली पर एक सार्थक चर्चा की
वेदांत शिक्षक, प्रशांत अद्वैत फाउंडेशन के संस्थापक, और PETA इंडिया के 2022 के सबसे प्रभावशाली शाकाहारी पुरस्कार के विजेता, आचार्य प्रशांत, प्राकृतिक दुनिया की सुरक्षा, जानवरों के लिए करुणा, महिला सशक्तिकरण, और करुणा एवं ईमानदारी का जीवन जीने की वकालत करते हैं। व्यक्तिगत रूप से और यूट्यूब, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम पर उनकी उपस्थिति के माध्यम से, उन्होंने दिखाया कि कैसे वीगन होना मानवता का एक अनिवार्य हिस्सा है। पूर्वा जोशीपुरा पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) इंडिया के निदेशक मंडल की सदस्य हैं और इसकी पूर्व CEO भी हैं, और वह वर्तमान में UK की PETA फाउंडेशन की वरिष्ठ उपाध्यक्ष हैं। वह For a Moment of Taste: How What You Eat Impacts Animals की लेखिका भी हैं, जिसमें बताया गया है कि इंडिया में जानवरों को भोजन के लिए किस प्रकार से शोषित किया जाता है।
90 मिनट के इस जानकारी पूर्ण वीडियो में, आचार्य प्रशांत और पूर्वा जोशीपुरा इंसानों एवं जानवरों के बीच संबंध के ऊपर चर्चा करते हैं। इन दोनों द्वारा प्रजातिवाद के ऊपर भी बात की गयी जो एक ऐसी धारणा है जिसके तहत इंसान स्वयं को इस संसार में सर्वोपरि मानकर अन्य प्रजातियों का शोषण करना अपना अधिकार समझता है।
इन दोनों ने वीगन जीवनशैली का स्वयं के स्वास्थ्य, इस पर्यावरण और हमारे ग्रह पर पड़ते वाले सकारात्मक प्रभाव पर भी चर्चा करी। इस वीडियो को देखने के बाद आप भी सबके हित में वीगन जीवनशैली अपनाने के लिए प्रेरित महसूस करेंगे।
अच्छा खाए और अच्छा महसूस करें। जानवरों के खिलाफ़ होने वाले शोषण का समर्थन न करें। वीगन जीवनशैली अपनाएँ।