PETA इंडिया की रोबोटिक हथिनी ‘ऐली’, जिसे दीया मिर्जा ने अपनी आवाज दी है जयपुर के स्कूली छात्रों को दयालुता का पाठ पढ़ाएंगी

Posted on by Erika Goyal

04 दिसंबर को ‘महारानी गायत्री देवी गर्ल्स स्कूल’ के छात्रों को PETA इंडिया की ओर से एक विशेष अनुभव प्रदान किया गया। इन स्कूली छात्रों को एक विशालकाय रोबोटिक हथिनी से मिलने का मौका मिला जिसे फिल्म अभिनेत्री दिया मिर्जा ने अपनी आवाज दी है। बिल्कुल असली हाथी की तरह अपनी आँखें झपकाते और अपने कान फड़फड़ाते हुए, ‘ऐली’ बच्चों को असली हाथियों की कहानी सुनाती है जो छोटी उम्र में अपनी माँ से अलग हो जाते हैं और फिर सर्कस में करतब दिखने के लिए उन्हें अनेकों कष्ट और यातनाएँ सहनी पड़ती हैं। ऐली की कहानी का अंत सुखद है, क्योंकि उसे बचा लिया गया है और वह एक सेंक्चुरी में खुशी-खुशी रहने लगी है।

स्कूल की प्रिंसिपल श्रीमती अर्चना मनकोटिया ने कहा, “हमारे स्कूल के सभी छात्र ऐली नामक यांत्रिक हथिनी से मिलने के लिए बहुत ही उत्साहित थे जिसने उन्हें पशुओं के प्रति दयालुता का संदेश दिया। ऐली और PETA इंडिया के प्रयासों से, हमारे छात्र अब यह अच्छी तरह समझते हैं कि असली हाथियों को जंजीरों में कैद करके उनके साथ दुर्व्यवहार करने के बजाय उन्हें उनके प्राकृतिक घर यानि जंगलों में स्वतंत्र रूप से रहने देना चाहिए। हम आशा करते हैं कि वह ऐली द्वारा पढ़ाये गए दयालुता के पाठ को अन्य पशुओं पर भी लागू करेंगे।”

मनोरंजन के लिए उपयोग किए जाने वाले बंदी हाथियों को अक्सर उनके परिवारों और प्राकृतिक घरों यानी जंगलों से जबरन उठा लिया जाता है, बेहद क्रूरता के साथ प्रशिक्षित किया जाता है और अंकुश (नुकीले हथियार) से नियंत्रित किया जाता है। इस प्रकार के दुर्व्यवहार के कारण इन पशुओं के ज़ेहन में डर और पीड़ा घर कर जाती है। लंबे समय तक कैद में रहने के कारण इन हाथियों में गंभीर मानसिक बीमारियों के कई लक्षण देखने को मिलते हैं और इन्हें अक्सर भोजन, पानी एवं पशु चिकित्सकीय देखभाल जैसी मूलभूत जरूरतों से वंचित रखा जाता है।

मई 2023 से, ऐली ने भारत भर के विभिन्न निजी, सार्वजनिक, अंतर्राष्ट्रीय और सरकारी स्कूलों का दौरा करके 142,500 से अधिक छात्रों तक पशुओं के प्रति दयालुता का संदेश पहुंचाया है और उन्हें समझाया है कि सर्कस, सवारी या इस प्रकार के अन्य क्रूर प्रदर्शनों हेतु हाथियों का प्रयोग नहीं किया जाना चाहिए। अब वह जयपुर के स्कूलों में हजारों छात्रों तक अपना दयालु संदेश पहुंचाएगी।

PETA इंडिया बच्चों को शिक्षित करने हेतु “दयालु नागरिक” कार्यक्रम चलता है जिसमे 8 से 12 वर्ष की आयु के स्कूली छात्रों को जानवरों को बेहतर ढंग से समझने और उनकी सराहना करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका उपयोग 2 लाख से अधिक स्कूलों द्वारा किया गया है, जो पूरे भारत में लगभग 93 मिलियन बच्चों तक पहुँच रहा है।

ऐली 4 से 16 दिसंबर तक जयपुर के दौरे पर है। अगर कोई स्कूल उसे अपने यहाँ आमंत्रिक करना चाहता है तो कृपया मीनाक्षी नारंग को [email protected] पर मेल करके संपर्क करें।

सवारी हेतु हाथियों के उपयोग पर रोक लगाने में हमारी सहायता करें! क्या आप भी ऐली को अपने स्कूल में आमंत्रिक करना चाहते हैं?