मांस, अंडा और डेयरी उद्योग की क्रूरता को उजागर करती किताब ”For a Moment of Taste” की प्रति आज ही ऑर्डर करें
आपकी जीभ का स्वाद कितनी देर तक रहता है? कुछ ही सेकंड ? उस पल भर के स्वाद के लिए जानवरों के साथ कैसा सलूक किया जाता है ?
यह पता लगाने के लिए, PETA इंडिया की पूर्व CEO एवं वर्तमान में PETA फाउंडेशन में Vice President के रूप में इंटेरनेशनल आपरेशन देख रही “पूर्वा जोशीपुरा” द्वारा लिखित माँस उद्योग की क्रूर सच्चाई को उजागर करती क़िताब ‘फॉर द मोमेंट ऑफ टेस्ट‘ को आज ही ऑर्डर करें।
Here’s how publisher HarperCollins Publishers India describes this book:
भारत में भोजन के लिए मांस, अंडे व डेयरी उद्योग में आमतौर पर इस्तेमाल होने वाले जानवरों के साथ कैसा सलूक किया जाता है, ‘फॉर अ मोमेंट ऑफ़ टेस्ट’ किताब में विस्तार से बताया गया है। आज हमारे देश में मांस, अंडे और डेयरी उत्पादन प्रणालियों ने कैसा रूप धारण कर लिया है व अगर लोगों की खाने की आदतों और वर्तमान स्थितियों में बदलाव नहीं लाया गया तो इसके क्या दुष्परिणाम हो सकते हैं इसके बारे में भी इस किताब में बताया गया है। पूर्वा, जानवरों के साथ हो रहे बर्ताव के बारे में खुद के अनुभवों को सांझा करती है व माँस उद्योग में पशुओं के साथ हो रही बर्बरता एवं चौंका देने वाली क्रूर प्रथाओं का पर्दाफाश करती हैं। क्या मनुष्य द्वारा मांस, अंडे या डेयरी पदार्थों का सेवन करना उचित है ? ऐसे बड़ी चर्चाओं वाले सवालों पर कुछ मानवशास्त्रीय साक्ष्य प्रस्तुत करती हैं; पशु-आधारित उत्पादों के उत्पादन और खपत का मानव स्वास्थ्य एवं पर्यावरण पर क्या प्रभाव पड़ता है वह बताती है। बहुत कुछ अंदरूनी रहस्यों से पर्दा उठाती यह किताब बहुत से पाठकों को प्रेरित करेगी की वो खाने से संबन्धित अपनी आदतों को जाँचे व उनमें बदलाव करें।
किताब “For a Moment of Taste” किताब यहाँ प्री-ऑर्डर की जा सकती है।