यूक्रेन में PETA जर्मनी द्वारा बेहद कठिन परिस्थितियों में जानवरों की मदद की जा रही है
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अपडेट: 4 मार्च 2022, शुक्रवार
PETA जर्मनी ने 3 मार्च, गुरूवार की रात यूक्रेन में दो समानांतर बचाव अभियानों को सफलतापूर्वक पूरा किया।
पहले अभियान को Viva के सहयोग से पूरा किया गया जिसके अंतर्गत पोलैंड की Lviv नामक जगह से लगभग 100 भयभीत, भूखे और बेहद बीमार कुत्ते-बिल्लियों को बचाकर सीमा पार पोलैंड तक सुरक्षित पहुँचाया गया। अब इनका इलाज़ पशु चिकित्सकों द्वारा किया जा रहा है।
दूसरे अभियान में, “White Paw” नामक पोलिश पशु संरक्षण समूह के कार्यकर्ताओं ने Lviv की सड़कों से 26 कुत्ते एवं बिल्लियों को सुरक्षित बचाकर पोलैंड के एक संरक्षण गृह तक पहुंचाया। इस मिशन के दौरान, उन्होंने 20 टन भोजन एवं अन्य आपूर्ति का सफलतापूर्वक वितरित किया, जो अब बहादुर स्वयंसेवकों के एक नेटवर्क के माध्यम से देश भर में जरूरतमंद लोगों को बांटा जाएगा।
इस बहादुर टीम के प्रयास अब भी ज़ारी है। इन अभियानों की सफलता के बाद, आज भी 20 टन ज़रूरी सामग्री का वितरण किया गया है।
मूल रूप से 03 मार्च 2022 को प्रकाशित:
पिछले हफ्ते युद्ध शुरू होने के बाद से, सैकड़ों हजारों लोग यूक्रेन से निकाल रहे हैं। संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, लगभग 10 लाख लोग प्रवासी हो गए हैं। 25 फरवरी शुक्रवार को, PETA जर्मनी की एक टीम मदद के लिए भोजन एवं अन्य आपातकालीन आपूर्ति के साथ पोलिश सीमा पर पहुंची, और समूह तब से शरणार्थियों और उनके जानवरों के लिए कागजी कार्रवाई के साथ भोजन, बिस्तर और सहायता प्रदान कर रहा है। आज सुबह (3 मार्च), टीम ने ऐसे पशु आश्रयों के लिए 20 टन भोजन एवं अन्य आपूर्ति के साथ यूक्रेन में सीमा पार की जहाँ सबकुछ समाप्त हो चुका था। युद्ध स्तर पर स्थिति बहुत गंभीर है, और PETA जर्मनी मदद के लिए हर संभव प्रयास कर रहा है।
जोखिम भरी यात्रा करने के लिए सभी आवश्यक दस्तावेज और अनुमति प्राप्त करने के बावजूद, युद्ध के दौरान चीजें अप्रत्याशित होती हैं और टीम को घंटों तक रोक कर रखा जाता है। इसी बीच ट्रक की सामग्री का पूर्ण निरीक्षण किया जाता है, जबकि सामग्री को सही जगह पहुंचाने की तात्कालिक आवश्यकता होती है।
जानवरों को यूक्रेन से निकालकर सुरक्षित स्थान तक पहुँचाना
“White Paw” नामक एक पोलिश पशु संरक्षण समूह के सहयोग से, एक छोटा से काफिले को यूक्रेन के एक आश्रयगृह में भेजा गया था, और अब, वे जानवरों को अपने वाहनों से पोलैंड में सुरक्षित स्थानांतरित कर रहे हैं। युद्ध के कारण सड़कों पर बेहद भीड़ है, जो एक नई चुनौती में साबित हो रही हैं।
अगर सबकुछ ठीक रहा तो आज रात तक हमारी टीम द्वारा जानवरों के पहली समूह को पोलैंड तक सुरक्षित पहुंचाया जाएगा।
PETA Germany made it to the Polish border with a delivery of food & support for Ukrainians & their companion animals in desperate need of protection! 💛💙 pic.twitter.com/yrkjKVegIx
— PETA (@peta) February 27, 2022
जरूरमंद जानवरों को भोजन प्रदान किया
यूक्रेन में दुकानें बंद हैं और अधिकतर ज़रूरी चीजें समाप्त हो चुकी है, इसलिए 20 टन भोजन वाले ट्रकों को लगातार परिवाहित करना अति आवश्यक है। हम आशा करते हैं कि पोलैंड के रास्ते ऐसे बहुत से ट्रक हम जरूरतमंदों तक पहुंचा पाने में सक्षम होंगे।
This brave woman walked about 60 kms with her beloved cat. She was so exhausted that she couldn’t no longer stand after crossing the border. They are both safe now, and are receiving support from PETA Germany. ♥️ pic.twitter.com/FU3SuOXa5U
— PETA UK (@PETAUK) February 27, 2022
शुक्रवार 25 फरवरी को यूक्रेन की सीमा पर पहुंचना
पोलिश सीमा पर पहुंचने के तुरंत बाद, PETA जर्मनी की टीम ने “क्रिमसी” नामक बिल्ली की मदद करी, जिसकी फ़ोटो नीचे दी गई है। क्रिमसी को उसके संरक्षक द्वारा लगभग 60 किलोमिटर तक युद्ध क्षेत्र में स्वयं लेकर आया गया था।
This cat was carried by a refugee looking for shelter more than 60 kilometers from the war zone.
PETA Germany provided them both with necessary care & supplies.
Humans & animals stuck in Ukraine are debilitated & frightened—they need all the support they can get. pic.twitter.com/Th0TUaZMv8
— PETA (@peta) February 27, 2022
अब यह दोनों ही सुरक्षित हैं।
PETA जर्मनी की टीम ने कई जरूरतमंद संरक्षकों की अपने कुत्ते के साथ युद्ध सीमा पार करने में मदद करी। यह सभी लोग बहुत डरे हुए थे एवं तात्कालिक मदद के इंतज़ार में थे।
PETA संस्थाओं ने यूरोपीय संघ और भारत सरकार से लोगों और जानवरों के लिए सुरक्षित मार्ग तैयार करने का आह्वान किया है
यूरोपीय संघ के कई देशों ने अब जानवरों के लिए प्रवेश आवश्यकताओं में ढील दी है, जिन्हें सामान्य रूप से टीका और माइक्रोचिप लगाया जाना चाहिए और उनका रेबीज एंटीबॉडी परीक्षण अनिवार्य है। PETA इंडिया के अनुरोध के बाद, भारत ने भी यूक्रेन से आने वाले कुत्तों और बिल्लियों के लिए अपनी प्रवेश आवश्यकताओं में ढील दी है। इसके बिना, शरणार्थियों को अपने प्यारे पशु साथियों को छोड़ना पड़ता जो सभी के लिए बेहद दुखद स्थिति होती।
UPDATE: Poland, Romania, and Hungary have made it easier for Ukrainians fleeing violence to bring their companion animals to safety!
Other countries need to follow their lead and simplify border restrictions for people and their animals. https://t.co/8L1maIjh9L https://t.co/68W3OD5ZB0
— PETA (@peta) February 26, 2022
इस बारे में सारी नयी जानकारी इसी पेज़ पर साझा की जाएंगी।
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हमें जानकारी प्राप्त हुई है कि कई लोग यूक्रेनी सीमा पर जाकर लोगों एवं जानवरों की मदद करना चाहते हैं।
हम ऐसा करने के सख्त खिलाफ़ है। अधिकांश सीमावर्ती स्टेशन कथित तौर पर निजी व्यक्तियों के लिए बंद हो रहे हैं। यूक्रेन की सीमा में केवल अधिकारियों द्वारा सत्यापित सहायता शिपमेंट को ले जाने की अनुमति है। सभी प्रमुख सहायता संगठन सीमा पर ड्यूटी पर हैं एवं शरणार्थियों की मदद कर रहे हैं। इसलिए बेहतर होगा कि आप सभी ऐसे संगठनों का समर्थन करें।