JJ वलाया, PETA इंडिया और TENCEL™ LUXE ने FDCI x Lakmé फ़ैशन वीक में वीगन सिल्क कर चर्चा की
FDCI x लैक्मे फैशन वीक (LFW) के पहले दिन का संचालन बिल्कुल नए TENCEL™ LUXE फिलामेंट यार्न की तरह सुचारू था, जो Lyocell नामक प्रक्रिया के ज़रिये नवीकरणीय लकड़ी के स्रोतों से प्राप्त होता है। इस वीगन सिल्क की प्रशंसा हमारे साथ-साथ जाने माने डिज़ाइनर JJ वालया द्वारा भी की गयी। इस नए वीगन उत्पाद पर LFW में चर्चा करने के लिए JJ वालया और TENCEL™ LUXE हमसे जुड़े एवं एवं उनके द्वारा “Rumeli – The Summer Story” नामक एक पर्यावरण हितैषी कलेक्शन का भी प्रदर्शन किया गया। इस चर्चा में हमारे साथ TENCEL™ LUXE की कमर्शियल हेड रीजन डॉ प्रणेश श्रीधरन और PETA इंडिया की सीनियर मीडिया एंड सेलेब्रिटी प्रोजेक्ट्स कोऑर्डिनेटर मोनिका चोपड़ा जुड़ी। इस चर्चा का आयोजन RISE Worldwide (LFW) द्वारा संचालित Sustainability Darshana Gajare द्वारा किया गया।
डिज़ाइनर JJ वलाया ने कहा, “TENCEL™ LUXE प्रीमियम फैशन के भविष्य को बदल रहा है, और हमें इस खूबसूरत उत्पाद का अपने कलेक्शन में उपयोग करने की बहुत खुशी है।“
महज़ 100 ग्राम सिल्क का उत्पादन करने के लिए लगभग 1500 रेशम के कीड़ों को अपनी जान गवानी पड़ती है। पैदावार को निरंतर रखने हेतु कुछ कीड़ों को आपसी संभोग हेतु अलग रखा जाता है। जब मादा कीड़ा अंडे दे देती है तो कर्मी उसे कुचल कर मार देते हैं ताकि वो बीमारियों का पता लगा सकें और यदि वह रोगग्रस्त प्रतीत होती है तो फिर उसके अंडों को भी नष्ट कर दिया जाता है। संभोग के बाद नर कीड़ों को कचरे की एक टोकरी में भरकर बाहर फेंक दिया जाता है। कई पीड़ियों से इन कीड़ों के साथ ऐसा होता आ रहा है इसलिए अब वह उड़ नहीं पाते। रेशम पालन केन्द्रों के बाहर फेंक दिये जाने से उड़ने वाले पक्षी इन कीड़ों को अपना भोजन बना लेते हैं।
आज के दौर में सिंथेटिक पदार्थो से बने व सिल्क की तरह मुलायम, कोमल व रेशम फ़र वाले उत्पाद असानी से मिल जाते हैं जैसे आर्टिफ़िशियल सिल्क (आर्ट सिल्क) व चाइना (चीन का नहीं) सिल्क। यह विकल्प रेशम के कीड़े की बजाय अन्य सामाग्री के मिश्रण से तैयार होते हैं। जैसे रेयन सेलुलोस फाइबर से बनता है उसी तरह नायलोन व पोलिस्टर पेट्रोलियम से बनते हैं।