बड़ी जीत! PETA इंडिया ने स्थानीय नेता के साथ समारोह में मुंबई की बर्फ़ ढ़ोने वाली बैलगाड़ियों को मोटर गाड़ियों से बदला
PETA इंडिया के सौजन्य से 30 मार्च को आयोजित एक समारोह में मुंबई में बर्फ ढोने के लिए इस्तेमाल किए जा रहे अंतिम पांच बैलों के समर्पण के बदले, महाराष्ट्र विधान सभा के वार्ड संख्या 36 के भाजपा पार्षद दक्ष पटेल और उपाध्यक्ष नरहरि जिरवाल ने दो कमर्शियल तीन पहिया वाहन और दो चार पहिया मिनी-ट्रकों की चाबी बैलगाड़ी मालिकों को सौंपी। PETA इंडिया द्वारा इन बचाए गए बैलों की सांगली के एक अभयारण्य में अपना शेष जीवन शांतिपूर्ण ढ़ंग से बिताने की व्यवस्था भी की गयी है।
इन पशुओं के बीमार या घायल होने के बावजूद भी इनसे काम लिया जाता है। बैलगाड़ी मालिक चाबुक, दर्दनाक नाक की रस्सियों, और नुकीले बिट्स का उपयोग करते हुए उन्हें ओवरलोडेड गाड़ियों को ढोने के लिए मजबूर करते हैं। इन जानवरों को उचित पोषण, पर्याप्त पानी या चिलचिलाती धूप से बचने के लिए छाया जैसी मूलभूत सुविधाओं से वंचित रखा जाता है। आमतौर पर इन जानवरों का प्रयोग इनकी मृत्य तक किया जाता हैं और इन्हें आम स्वास्थ्य समस्याओं जैसे घाव, फोड़े, मांसपेशियों और जोड़ों की बीमारियों, कैंसर, अंधापन और योक गाल के लिए पशु चिकित्साकीय देखभाल से भी वंचित रखा जाता है।
समूह की परियोजना से पहले पशु गाड़ियों का प्रयोग करने वाले कई परिवार लाभान्वित हुए हैं और अब इनके द्वारा जानवरों की जगह मोटर परिवहनों का प्रयोग किया जा रहा है। इस बदलाव के कारण, इन परिवारों की कमाई में वृद्धि हुई है एवं इनकी सामाजिक और आर्थिक स्थिति में काफी बदलाव हुआ है। इस प्रकार के मोटर परिवहनों के प्रयोग से जानवरों के बीमार या घायल होने व परिवहन नियमों जैसे कारणों से गाड़ी मालिकों की आजीविका में कोई व्यवधान नहीं आता है।