PETA इंडिया के 2019 के वीगन खाद्य पदार्थ पुरस्कार विजेताओं में Papacream एवं PizzaExpress का भी नाम
विश्व वीगन माह (नवम्बर) के मध्य, PETA इंडिया ने अपने 2019 के उन वीगन खाद्य पदार्थ पुरस्कार विजेताओं के नामों की घोषणा की है जो देश में सर्वश्रेष्ठ वीगन भोजन के पेशकश करने हेतु जाने जाते हैं।
• सर्वश्रेष्ठ डेयरी मुक्त दूध: Drupe Cinnamon Power Almond Milk
• सर्वश्रेष्ठ डेयरी मुक्त चीज़ : Bombay Cheese Company Cheddar Block Cheese
• सर्वश्रेष्ठ डेयरी मुक्त आइसक्रीम : Papacream Vegan Chocofudgy Cake
• सर्वश्रेष्ठ वीगन मीट : Vezlay Veg Meat
• सर्वश्रेष्ठ वीगन बर्गर: Good Dot Fried Crispy Gurber
• सर्वश्रेष्ठ वीगन पिज़्ज़ा: PizzaExpress Vegan Margherita
• सर्वश्रेष्ठ वीगन कुकिंग बुक: Guilt-Free Vegan Cookbook
• सर्वश्रेष्ठ वीगन स्टोर: Rare Earth
• सर्वश्रेष्ठ वीगन रेस्टोरेन्ट: Earthlings Cafe
• सर्वश्रेष्ठ वीगन लस्सी : Nutriva Peanut Buttermilk
• सर्वश्रेष्ठ वीगन दही : Goodmylk Peanut Curd
• सर्वश्रेष्ठ वीगन मिठाई: Hariprasad Mithaiwale Khoya Paan
मलाईदार डेयरी मुक्त आइसक्रीम से लेकर पौधे के प्रोटीन से बने मांसरहित मांस तक, यह स्पष्ट है कि भारत के वीगन भोजन के विकल्प पहले से कहीं अधिक प्रचलित, अभिनव और स्वादिष्ट हैं। PETA इंडिया के वीगन खाद्य पदार्थ पुरस्कार के सभी विजेता साबित कर रहे हैं कि भोजन का भविष्य वीगन ही है।
मांस, अंडे और डेयरी उत्पाद बड़े पैमाने पर जानवरों की पीड़ा के लिए जिम्मेदार है। सचेत अवस्था में रहने के दौरान मुर्गियों के गले काट दिये जाते है, मछ्ली पकड़ने वाली नौकाओं के डेक पर फेंक दिये जाने से मछलियाँ दम घुट कर मर रही हैं, और बछड़ों को जन्म के कुछ समय बाद ही खींचकर उनकी अपनी माताओं से दूर कर दिया जाता है।
संयुक्त राष्ट्र के अनुसार, मांस प्राप्त करने के लिए पशुओं का पालन मानव-प्रेरित ग्रीनहाउस-गैस उत्सर्जन के लगभग पांचवें हिस्से के लिए जिम्मेदार है और जलवायु परिवर्तन के सबसे बुरे प्रभावों से निपटने के लिए वीगन भोजन के लिए एक वैश्विक बदलाव आवश्यक है। जो भी व्यक्ति वीगन जीवनशैली अपनाता है वो कार्बन फुटप्रिंट को तो कम करने में मदद करता ही है साथ ही साथ उसके वीगन बन जाने से हर साल लगभग 200 जानवरों की जान भी बच जाती है। वीगन भोजन से कैंसर, हृदय रोग, मधुमेह, मोटापा और अन्य स्वास्थ्य स्थितियों से पीड़ित होने के जोखिम भी कम रहता है।