फिल्म अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने जयपुर में बंदी हाथी की रिहाई की मांग की
पुरुस्कार विजेता बॉलीवुड की मशहूर अभिनेत्री सोनाक्षी सिन्हा ने PETA इंडिया की ओर से राजस्थान वन, पर्यावरण, युवा मामले एवं खेलकूद मंत्री श्री गाजेंदर सिंह खिंमसर को पत्र लिखकर जयपुर के “44 नंबर” हाथी को अपने कब्जे में लेकर उसे किसी पुनर्वास केंद्र में तत्काल देखभाल हेतु भेज दिये जाने का आग्रह किया है। अमेरिकी पर्यटकों के एक समूह ने आमेर के किले में 8 देखभालकर्ताओं द्वारा इस हाथी की बेरहम पिटाई की शिकायत दर्ज कराई थी, किन्तु इस घटना के बाद भी इस मादा हाथी से जबरन हाथीसवारी कराई जा रही है।
सोनाक्षी सिन्हा के इस पत्र से पहले PETA इंडिया ने राजस्थान वन विभाग के मुख्य वन्यजीव संरक्षक के पास शिकायत दर्ज कराई थी जिसके परिणाम स्वरूप 44 नंबर हाथी के मालिक वसीद खान को इस दुर्व्यवहार का जिम्मेदार मानते हुए कारण बताओ नोटिस जारी किया गया था। नोटिस में कहा गया था कि जयपुर चिड़ियाघर के क्षेत्रीय वन अधिकारी की जांच रिपोर्ट तथा सबूत के तौर पर अमेरिकी पर्यटकों द्वारा दी गयी तस्वीर यह संकेत देती है की हाथी के साथ दुर्व्यवहार हुआ था जो की बहुत से पशु संरक्षक क़ानूनों का स्पष्ट उलंघन है। जयपुर पुलिस द्वारा हाथी के साथ दुर्व्यवहार तथा सामान्य जनता को खतरे में डाले जाने पर भारतीय दंड संहिता की धारा 429 तथा 289 के तहत अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिक रिपोर्ट दर्ज की गयी थी। हालांकि इन सबके बावजूद वसीद खान ने उस मादा हाथी से हाथीसवारी कराना जारी रखा।
जयपुर में जबरन हाथीसवारी में इस्तेमाल होने वाले हाथियों को हमेशा पिटाई के डर से नियंत्रित किया जाता है, उन्हे पर्याप्त भोजन एवं पशु चिकित्सा प्रदान नहीं की जाती। वह नियमित रूप से पैर की समस्याओं एवं गठिया रोग से पीड़ित होते है क्यूंकि उन्हे लंबे समय तक सीमेंट के बने पक्के फर्श पर खड़े रहने के लिए मजबूर होना पड़ता है। बहुत से हाथी मनोरोगी व्यवहार के विकसित होने से समय से पहले मर जाते हैं।
इस से पहले सोनाक्षी सिन्हा ने PETA इंडिया द्वारा बेघर पशुओं को गोद लिए जाने के लिए चलाये गए विडियो विज्ञापन अभियान में भी भाग लिया था तथा “गजराज” नामक हाथी की रिहाई के लिए भी अपना पूर्ण सहयोग दिया था।
आप भी हाथी सवारी पर रोक लगवाने की मुहीम में मदद कर सकते हैं।