पशुओं के हित में एक बेहतरीन पहल: गन्ने से कृतिम चमड़ा बनाने वाले ब्रांड, 100 प्रतिशत वीगन कंपनी, और Allen Solly को ‘PETA अनुमोदित वीगन’ ब्रांडों की सूची में शामिल
Vegan Virya – an innovative vegan leather made from sugarcane, created by P A Footwear P Ltd in partnership with the National Institute for Interdisciplinary Science and Technology – is earning kudos and “PETA-Approved Vegan” certification from PETA India. Others to adopt the certification include Virgio, a 100% vegan brand launched by Amar Nagaram, the former CEO of Flipkart’s fashion arm Myntra, and Allen Solly of Aditya Birla Fashion and Retail Ltd – which will mark its vegan items with the “PETA-Approved Vegan” logo.
PETA इंडिया द्वारा Vegan Virya नामक एक ब्रांड को अपना समर्थन प्रदान करते हुए, ‘PETA अनुमोदित वीगन’ ब्रांडस की सूची में शामिल किया गया है। वीगन वीर्या द्वारा गन्ने का उपयोग करके वीगन चमड़े का निर्माण किया जाता है, जिसे नेशनल इंस्टीट्यूट फॉर इंटरडिसिप्लिनरी साइंस एंड टेक्नोलॉजी के साथ साझेदारी में PA फुटवियर प्राईवेट लिमिटेड द्वारा बनाया गया है। फैशन दिवस (9 जुलाई) के अवसर पर, PETA इंडिया का वीगन सर्टिफिकेट प्राप्त करने वाले अन्य ब्रांडों में Flipkart की फैशन शाखा Myntra के पूर्व CEO अमर नागाराम द्वारा लॉन्च किया गया 100% वीगन ब्रांड Virgio और आदित्य बिड़ला फैशन एंड रिटेल लिमिटेड का ब्रांड Allen Solly भी शामिल हैं। अब से इन तीनों ब्रांडों द्वारा अपने उत्पादों पर ‘PETA अनुमोदित वीगन’ (PETA-Approved Vegan)का लोगो लगाया जाएगा।
PA फुटवियर प्राईवेट लिमिटेड के उपाध्यक्ष चिन्नासामी अंबुमलार ने कहा,- “Vegan Virya को प्रस्तुत करते हुए हमें अत्यंत खुशी हो रही है क्योंकि यह एक बहुत ही प्रगतिशील एवं पर्यावरण हितैषी उत्पाद है जिसका निर्माण 95% से अधिक पौधों पर आधारित सामग्री से किया जाता है। इसके निर्माण हेतु प्रमुख रूप से गन्ने की खोई का इस्तेमाल किया जाता है और यह 60% अग्रो वेस्ट सामग्री से निर्मित है। हमारा प्रमुख सिद्धान्त ‘कूड़े से कमाई’ है और हम इसी को ध्यान में रखकर लगातार आगे बढ़ रहे हैं।”
Virgio के को-फाउंडर और CEO अमर नगरम ने कहा, “हमें बहुत खुशी है कि हमारे ब्रांड को क्रूरता मुक्त और दयालु फैशन अपनाने के लिए PETA इंडिया द्वारा प्रमाणित किया गया है। यह सर्टिफिकेट Virgio की पृथ्वी एवं सभी पृथ्वीवासियों के प्रति निष्ठा और पारदर्शिता एवं हमारी प्रगतिशील और दयालुता सोच का प्रतीक है। PETA इंडिया के समर्थन एवं प्रशंसा के कारण, हमारे पर्यावरण एवं सभी सजीव प्राणियों के हित को ध्यान में रखकर फैशन उत्पाद बनाने के मिशन को और मज़बूती मिलेंगे।“
उन्होंने आगे कहा, “हम ऐसे फैशन में विश्वास करते हैं जो लंबे समय तक चले, सुंदर दिखे और इससे किसी को कोई नुकसान न पहुंचे। PETA इंडिया के साथ हमारी साझेदारी फैशन उद्योग को अधिक मानवीय और सस्टेनेबल भविष्य की ओर ले जाने के हमारे संकल्प को मजबूत करती है।”
PETA संस्थाओं ने ऐसे कई वीडियो जारी किए हैं जिनमें दिखाया गया है कि पशु पालन केंद्रों पर श्रमिकों द्वारा भेड़ों की ऊन कतरते समय उन्हें मारा-पीटा जाता है और उनके शारीरिक अंगों को काटा जाता है, मोहेयर और कश्मीरी (ऊन) निकालते समय भेड़ों को खूनी, खुले घावों के साथ छोड़ दिया जाता है, चमड़ा हेतु गायों और भैंसों का गला चीरा जाता है, विदेशी चमड़ा उद्योग में जिंदा मगरमच्छों की रीढ़ की हड्डी में लोहे की रोड घुसाई जाती है, फर फार्मों पर पशुओं को बिजली के झटके देकर मौत के घाट उतारा जाता है और रेशम के कीड़ों को जीवित उबालकर सिल्क का निर्माण किया जाता है।
किसी भी पशु चमड़े से कपड़ा बनाने के लिए बड़ी मात्रा में ऊर्जा की खपत होती है और खतरनाक रसायनों का उपयोग किया जाता है जो पर्यावरण के लिए बहुत ख़तरनाक है। वर्ष 2017 में प्रकाशित “पल्स ऑफ द फैशन इंडस्ट्री” की रिपोर्ट से पता चला है कि चमड़ा, सिल्क और ऊन फैशन में सबसे अधिक प्रदूषण फैलाने वाली सामग्रियों में से हैं।
PETA इंडिया यह संज्ञान लेता है कि भारत वैश्विक स्तर पर गन्ने के सबसे बड़े उत्पादकों में से एक है, इसलिए PA फुटवियर P लिमिटेड की तकनीक गन्ने के कचरे का प्रभावी ढंग से उपयोग करने का एक महत्वपूर्ण अवसर प्रस्तुत करती है।
PETA इंडिया का “PETA-Approved Vegan” प्रमाणपत्र प्राप्त करने वाले अन्य ब्रांडों की सूची में Lusso Lifestyle, IMARS Fashion, The CAI store, Ethik, और Papa Don’t Preach जैसे मशहूर ब्रांड शामिल हैं।