पक्षियों को बचाने के लिए सूरत के एक खमन विक्रेता PETA इंडिया अवार्ड से सम्मानित

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PETA इंडिया की ओर से गुजरात में सूरत के वेसु क्षेत्र में ‘गोपीनाथ खमन और लोचो’ नामक व्यापार के मालिक श्री चेतन पटेल जी को “हीरो टू एनिमल अवार्ड” से सम्मानित किया गया है और पक्षियों व मनुष्यों को खतरनाक माँझे की चपेट में आकार घायल होने या मारे जाने से रोकने के लिए उनके द्वारा किए गए कार्यों हेतु PETA इंडिया उनका हार्दिक धन्यवाद अदा करता है।

चेतन लोगो को माँझे का त्याग करने के बदले में खमन देते हैं (उदाहरण के लिए, त्याग किए गए मांजे के बराबर मात्रा में उन्हें मुफ्त खमन दी जाती है) खमन एक तरह का कम लागत वाला गुजराती नाश्ता है जो आमतौर पर वीगन (पशु-व्युत्पन्न सामग्री से मुक्त) होता है और गुजरात में यह बहुत लोकप्रिय है।

PETA इंडिया लोगों को पतंग उड़ाने के लिए केवल सादे सूती धागे का उपयोग करने के लिए प्रोत्साहित करता है, क्योंकि कांच के पाउडर और धातु के लेप से बना तीखा माँझा पक्षियों, मनुष्यों और अन्य जानवरों के लिए जानलेवा है। इसकी चपेट में आने से पक्षियों के पंख और पैर कट जाते हैं पतंगबाजी के दौरान वह माँझे में उलझ कर मर भी जाते हैं। इस तरह की घटनाओं में चोटिल या घायल हुए पक्षियों के बारे में बचाव संगठनों के पास काफी देर से जानकारी पहुँचती है और तब तक पक्षी पीड़ा सहते रहते हैं। मांजा हर साल कई इन्सानों की चोटों और मौतों का कारण भी बनता है। इस साल शुरुवात में ही, तेलंगाना में बाईक चलाने के दौरान माँझे की चपेट में आने और गला कटने से एक व्यक्ति की मौत हो गई थी, और मध्य प्रदेश में एक महिला की भी इसी तरह से मौत हो गई थी।

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