PETA इंडिया के वड़ा पाव वाले टैक्सी विज्ञापन ने मुंबईवासियों को संदेश दिया कि वीगन जीवनशैली अपनाना कितना आसान है
अंतर्राष्ट्रीय पशु अधिकार दिवस (10 दिसम्बर) से ठीक पहले, PETA इंडिया ने LytAds नामक विज्ञापन कंपनी के साथ मिलकर, वर्ष 2021 का सर्वश्रेष्ट वीगन फ्रेंडली सिटी का अवार्ड जीतने वाली मुंबई सिटी की टैक्सियों पर विज्ञापन लगाकर लोगों को पशु क्रूरता के खिलाफ़ कदम उठाने हेतु अंडा, मांस एवं डेयरी उत्पादों का त्याग करने हेतु प्रोत्साहित किया। इस विज्ञापन में मुंबई शहर के सबसे लोकप्रिय और कम क़ीमत वाले स्नैक “वड़ा पाव” के ज़रिए लोगों को यह समझाने का प्रयास किया गया कि वीगन जीवनशैली अपनाना कितना आसान है।
मुंबई के देवनार बूचड़खाने में हर दिन लगभग 6,000 बकरियों एवं भेड़ों, 300 भैंसों और 300 सूअरों को मारा जाता है। PETA इंडिया द्वारा वहां पहुंचने वाली भैंसों, बकरियों और अन्य जानवरों को गंभीर रूप से घायल या मृत फिल्माया गया है। यहाँ पूरी तरह से सचेत जानवरों को अन्य जानवरों के सामने खुलेआम मौत के घाट उतारते भी देखा गया। इसके अलावा, मांस, अंडा और डेयरी उद्योग जल प्रदूषण, वनों की कटाई और भूमिक्षरण का एक प्रमुख कारण है, और संयुक्त राष्ट्र का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के सबसे बुरे प्रभावों से निपटने के लिए वीगन भोजन को अपनाने हेतु वैश्विक स्तर पर बड़े बदलाव की जरूरत है। वीगन जीवनशैली जीने वाले लोगों को हृदय रोग, मधुमेह और कैंसर से पीड़ित होने की संभावना भी कम होती हैं जो भारत जैसे देश में यह सब आम स्वस्थ्य समस्याएँ हैं।