वीगन फैशन: PETA इंडिया ने इंडिया फैशन फोरम 2025 में वीगन फैशन को प्रमोट किया
PETA इंडिया ने 28 और 29 जनवरी 2025 को व्हाइटफील्ड, बेंगलुरु में आयोजित इंडिया फैशन फोरम (IFF) 2025 में अपने बूथ पर बेहतरीन क्रूरता-मुक्त फैशन उत्पादों और ब्रांड्स को प्रदर्शित किया। IFF 2000 में शुरू हुआ था और यह भारत का सबसे बड़ा और सबसे प्रभावशाली फैशन इवेंट है, जो फैशन रिटेल में कई सकारात्मक बदलाव लाने के लिए काम करता है। इस इवेंट में फैशन उद्योग के प्रमुख लोग एक साथ आते हैं, नए आइडिया शेयर करते हैं और एक-दूसरे से मिलकर नए बिजनेस बनाने के मौके ढूंढते हैं।
PETA इंडिया की आशीमा कुकरेजा ने बताया कि वीगन फैशन की लोकप्रियता लगातार बढ़ रही है जो कि हमारे भविष्य के लिए बहुत अच्छा है। उन्होंने बताया कि आजकल लोग फैशन में ऐसा बदलावा लाने की कोशिश कर रहे हैं जिससे पशुओं को नुकसान न हो और हमारे पर्यावरण को भी बचाया जा सके। आशीमा ने व्यापारियों और ग्राहकों से कहा कि उन्हें नैतिक (ethical) विकल्प अपनाने चाहिए, जो पशुओं के हित में हों और पर्यावरण को भी नुकसान न पहुंचाएं।
2023 की डेलॉयट रिपोर्ट ने भी बताया कि भारतीय जनरेशन Z और मिलेनियल्स (यानी युवा पीढ़ी) पर्यावरण के बारे में बहुत ज्यादा सोचते हैं। वे ऐसी चीजें खरीदने के लिए तैयार हैं जो टिकाऊ (सस्टेनेबल) हों और इसके लिए थोड़ी ज़्यादा कीमत देने के लिए भी तैयार हैं। ये युवा शाकाहारी और वीगन आहार अपनाने लगे हैं, फास्ट फैशन से बच रहे हैं, अपने घरों को ज्यादा ऊर्जा-बचत वाला बना रहे हैं और कंपनियों के बारे में पहले से रिसर्च करते हैं ताकि वे सही विकल्प चुन सकें।
प्रगतिशील भविष्य की ओर कदम बढ़ाते हुए, PETA इंडिया द्वारा पुरस्कृत NIIST जैसी कंपनियों ने कृषि कचरे से वीगन चमड़ा विकसित किया है। दुनिया भर में अन्य कंपनियां और संस्थान अनानास, केला, अंगूर, नारियल और अन्य पौधों से निकलने वाले कृषि कचरे को फैशन आइटम्स में बदल रहे हैं। PETA इंडिया द्वारा प्रदर्शनी में ऐसे कई दयालु ब्रांड्स को प्रदर्शित किया गया, जो हमें फैशन के ज़रिए अच्छे और संवेदनशील निर्णय लेने का मौका देते हैं। इसमें Taneira की सुंदर वीगन सिल्क साड़ियाँ, Arshia Singh की कढ़ाई वाली साड़ियाँ, Virgio के गर्म और पशु-मुक्त विंटर कोट्स और जैकेट्स, और Five F Agroecology द्वारा बनाए गए कैक्टस से बने वीगन चमड़े की जैकेट्स शामिल थीं। प्रदर्शनी में कुछ और शानदार चीजें भी थीं, जैसे Recore, Green Hermitage, Vyakti और Rijac द्वारा बनाई गई स्टाइलिश बैग्स और एक्सेसरीज़, और Weaving Vibes द्वारा हेम्प और टेन्सल सामग्री से बने सैम्पल। बच्चों के लिए Aretto और Vegan Virya के जूते और स्नीकर्स, और महिलाओं के लिए The Frou Frou Studio और Sole Art Fashion द्वारा बनाए गए फुटवियर भी बहुत पसंद किए गए। Ethik और Lusso Lifestyle ने वीगन फैशन एक्सेसरीज़ जैसे जूते, बटुए और बेल्ट्स दिखाए, जो सबको बहुत पसंद आए।
PETA इंडिया के कर्मचारी उन कंपनियों से भी मिले जो “PETA-Approved Vegan” और “Beauty Without Bunnies” प्रमाणन प्राप्त करना चाहती थीं। इससे कंपनियों को ग्राहकों को यह बताने में मदद मिलती है कि उनके उत्पाद पूरी तरह से वीगन हैं और किसी पशु को नुकसान नहीं पहुंचाते हैं।
दयालु फैशन का मतलब है सभी जीवित प्राणियों के लिए सम्मान और प्यार दिखाना। पशुओं को पिंजरे में बंद करके मारना और उनके चमड़े का इस्तेमाल करना उनके लिए दुखद और अमानवीय है। इस उद्योग से पर्यावरण को भी बहुत नुकसान होता है, क्योंकि यह प्रदूषण फैलाता है और बायोडायवर्सिटी को नुकसान पहुंचाता है। लेकिन वीगन फैशन लगातार बढ़ रहा है। अब वीगन चमड़ा और अन्य पशुओं के अनुकूल विकल्प देशभर में प्रमुख जूतों और कपड़े की दुकानों में मिल रहे हैं। दुनिया भर में 1000 से अधिक कंपनियाँ “PETA-Approved Vegan” लोगो का इस्तेमाल कर रही हैं, ताकि उपभोक्ता आसानी से यह पहचान सकें कि कौन से उत्पाद वीगन हैं।