जीत: PETA इंडिया के जोरदार अभियान के बाद, आमेर किले में प्रताड़ित हथिनी मालती को एक अभयारण्य में पुनर्वासित किया गया
भारत के माननीय सर्वोच्च न्यायालय की उच्चाधिकार प्राप्त समिति (HPC) की एक सिफारिश के बाद, हथिनी मालती (“सवारी संख्या 44”) को पुनर्वास हेतु जाम नगर के वंतारा हाथी अभयारण्य में स्थानांतरित कर दिया गया है, जहां वह दुर्व्यवहार से रेस्क्यू किए गए हाथियों की संगत में जंजीरों से मुक्त होकर रह सकेगी। यह सिफारिश PETA इंडिया द्वारा मालती के बिगड़ते शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य का हवाला देते हुए दायर की गई एक शिकायत के परिणामस्वरूप HPC द्वारा नियुक्त एक स्वतंत्र पशु चिकित्सा विशेषज्ञ मूल्यांकन पर आधारित थी। PETA इंडिया की शिकायत में 120 पशु चिकित्सकों द्वारा मालती के मानसिक तनाव पर दी गई रिपोर्ट शामिल है जिसमें मालती में गंभीर मानसिक तनाव के लक्षण होना जैसे उसका बार-बार सिर को हिलाना-डुलाना व ऊपर-नीचे करना जैसे व्यवहार शामिल हैं।
मालती का इस्तेमाल आमेर किले में पर्यटकों की सवारी के लिए किया गया था, जबकि उसका नियंत्रण से बाहर निकलने और दूसरे हाथी से लड़ने का इतिहास था, जिसके बाद उसे 2017 में आमेर किले में आठ लोगों द्वारा हिंसक रूप से पीटा गया और 2019 में मौखिक रूप से दुर्व्यवहार किया गया और लाठियों से मारा गया। PETA इंडिया ने आमेर मजिस्ट्रेट की अदालत में भी उसका रेस्क्यू किए जाने की अपील करी थी।
Malti, the elephant, was beaten by eight men for up to 10 minutes as she tried to escape the misery of carrying tourists uphill in extreme heat.
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— PETA India (@PetaIndia) August 12, 2021
भारतीय जीव जन्तु कल्याण बोर्ड (AWBI) ने मालती को ‘चिंतित’ (मानसिक रूप से तनावग्रस्त) के रूप में दर्ज किया था बावजूद इसके मालती का उपयोग सवारी के लिए किया जाता था जिससे पर्यटकों को खतरा होता था। 2018 में, AWBI की एक रिपोर्ट में आगे कहा गया कि उसका स्वामित्व प्रमाणपत्र अमान्य था और उसके कल्याण से समझौता किया जा रहा था क्योंकि उसके पैर के नाखून बड़े हो गए थे, टूट गए थे, विकृत हो गए थे और उनका रंग फीका पड़ गया था; उसके नाखूनों के आसपास और इंटरडिजिटल स्पेस में क्यूटिकल्स बड़े हो गए थे, सूखे हुए थे और फटे हुए थे; उसके पैरों के पैड पतले, असमान और चोटिल थे; और उसके रक्त प्रोफ़ाइल में इओसिनोफिलिया (रक्त में इओसिनोफिल की संख्या में वृद्धि जो कुछ एलर्जी, दवाओं और परजीवियों के कारण होती है) और न्यूट्रोपेनिया (रक्त में असामान्य रूप से कुछ न्यूट्रोफिल की उपस्थिति, जिससे संक्रमण की संभावना बढ़ जाती है) के संकेत भी मिले थे।
इससे पहले भारतीय प्रख्यात क्रिकेटर विराट कोहली और उनकी पत्नी अनुष्का शर्मा ने भी मालती की दुर्दशा की निंदा की थी और उसे बचाने का आह्वान किया था।
आप जैसे दयालु लोगों के समर्थन के बिना इस तरह की प्रगति संभव नहीं है। PETA इंडिया को पशुओं के हित में और अधिक सफलताएँ हासिल करने में मदद करने एवं संस्थान की तात्कालिक आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए कृपया आज ही डोनेट करें।