विश्व पशु दिवस: PETA इंडिया का विशालकाय रोबोट हाथी, ‘ऐली’ जिसे दीया मिर्जा ने आवाज दी है, पुणे स्कूल में लॉन्च किया गया
विश्व पशु दिवस (4 अक्टूबर) के उपलक्ष में पुणे के सेंट मैरी स्कूल में बच्चों को PETA इंडिया की ओर से एक विशेष अनुभव प्रदान किया गया। इन स्कूली छात्रों को एक विशालकाय रोबोट हाथी से मिलने का मौका मिला जिसे फिल्म अभिनेत्री दिया मिर्जा अपनी आवाज दी है। बिलकुल असली हाथी की तरह अपनी आँखें झपकाते और अपने कान फड़फड़ाते हुए, ‘ऐली’ बच्चों को असली हाथियों की कहानी सुनाती है जो छोटी उम्र में अपनी माँ से अलग हो जाते हैं और फिर सर्कस में करतब दिखने के लिए उन्हें अनेकों कष्ट और यातनाएँ सहनी पड़ती हैं। ऐली की “निजी” कहानी का अंत सुखद है, क्योंकि उसे बचा लिया गया है और वह एक सेंक्चुरी में खुशी-खुशी रहने लगी है।
अभिनेत्री दीया मिर्जा ने पहली बार ‘ऐली’ को मई में मुंबई के जमनाबाई नरसी इंटरनेशनल स्कूल में लॉन्च किया था। तब से, एली ने मुंबई के विभिन्न निजी, सार्वजनिक और अंतर्राष्ट्रीय स्कूलों में 27,000 से अधिक छात्रों से मुलाकात की है। अब वह पुणे के जाने-माने स्कूलों में हजारों बच्चों से बातचीत करेंगी। सेंट मैरी स्कूल के अलावा, वह सीपी गोयनका इंटरनेशनल, बिलाबॉन्ग हाई इंटरनेशनल, लिटिल मिलेनियम, विक्टोरियस किड्स एजुकेरेस, भारती विद्यापीठ, सिद्धांत इंटरनेशनल और क्रिमसन अनीशा ग्लोबल स्कूलों का भी दौरा करेंगी।
सर्कस, सवारी, शादियों, समारोहों और मनोरंजन के अन्य रूपों के लिए उपयोग किए जाने वाले बंदी हाथियों को अनेकों यातनाओं का सामना करना पड़ता है और जब वह इस्तेमाल नहीं हो रहे होते तब उन्हें जंजीरों में बांध कर रखा जाता है। वे अक्सर कैद में रहने से निराश होने के चलते मनुष्यों पर हमला करते हैं। उन्हें कभी पर्याप्त भोजन, पानी, या पशु चिकित्सा देखभाल नहीं दी जाती है, और वर्षो तक जंजीरों से बंधे रहने और कठोर कंक्रीट सतहों पर एक ही स्थिति में खड़े रहने से आमतौर पर पैरों की दर्दनाक और अपंगता वाली बीमारियाँ और गठिया जैसी हड्डी और जोड़ों की बीमारियाँ होती हैं।
PETA इंडिया बच्चों को शिक्षित करने हेतु “दयालु नागरिक” कार्यक्रम चलता है जिसमे 8 से 12 वर्ष की आयु के स्कूली छात्रों को जानवरों को बेहतर ढंग से समझने और उनकी सराहना करने में मदद करने के लिए डिज़ाइन किया गया है। इसका उपयोग 2 लाख से अधिक स्कूलों द्वारा किया गया है, जो पूरे भारत में लगभग 92 मिलियन बच्चों तक पहुँच रहा है।
“ऐली” 5 से 14 अक्टूबर तक पुणे में रहेंगी। जो शिक्षक चाहते हैं कि ऐली उनके स्कूल में भी आए, वे मीनाक्षी नारंग को [email protected]. पर लिख सकते हैं।