PETA इंडिया की शिकायत के बाद छत्तीसगढ़ वन विभाग ने रायपुर के एक व्यक्ति पर लंगूर का शोषण करने और उसको अवैध हिरासत में रखने के खिलाफ़ मामला दर्ज़ किया

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30 January 2024

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Sanskriti Bansore; [email protected]

रायपुर – सोशल मीडिया पर एक बंदी ग्रे लंगूर, जिसे आमतौर पर हनुमान जी का अवतार माना जाता है, की गर्दन में पट्टा बांधकर पिटाई करने का एक वायरल वीडियो सामने आने के बाद, पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) इंडिया ने छत्तीसगढ़ वन अधिकारियों के साथ तत्कालिक रूप से कार्यवाही करते हुए कथित अपराधी के खिलाफ़ लंगूर के साथ शोषण और इसे अवैध हिरासत में रखने के लिए एक प्रारंभिक अपराध रिपोर्ट (POR) दर्ज़ करी। इस POR को वन्य जीव (संरक्षण) अधिनियम (WPA), 1972 की धारा 9, 39 और 51 के तहत पंजीकृत किया गया है। ग्रे लंगूर WPA, 1972 की अनुसूची II के तहत संरक्षित प्रजाति के पशु हैं, जिन्हें पकड़ने या “पालतू जानवर” के रूप में कैद करने पर तीन साल तक की जेल, 1 लाख रुपये तक के जुर्माने या दोनों का प्रावधान है।

PETA इंडिया की वीगन आउटरीच मैनेजर डॉ. किरण आहूजा ने कहा, “PETA इंडिया, रायपुर डिवीजन के प्रभागीय वन अधिकारी, श्री विश्वेश कुमार, IFS, और फॉरेस्ट गार्ड भूपेन्द्र कुमार खैरवार का आभारी है, जिन्होंने इस शोषित पशु को तुरंत बचाया और इसके साथ दुर्व्यवहार करने वाले के खिलाफ कड़ी दंडात्मक कार्रवाई की। PETA इंडिया सभी दयालु लोगों को अपनी आँखें खुली रखने और पशु दुर्व्यवहार, स्वास्थ्य आपात स्थिति, या अवैध वन्यजीव व्यापार के किसी भी मामले की रिपोर्ट पुलिस या वन विभाग जैसे संबंधित अधिकारियों को करने के लिए प्रोत्साहित करता है।“

इस बचाव कार्य के बाद, लंगूर को स्वास्थ्य जांच और पुनर्वास के लिए नंदनवन जंगल सफारी, नया रायपुर भेजा गया। संबंधित औपचारिकताएं पूरी होने के बाद लंगूर को बाद में निर्धारित प्रोटोकॉल के अनुसार प्रकृति में छोड़ दिया जाएगा। अपने प्राकृतिक आवास में लंगूर 100 के समूहों में रहते हैं। वे अपना अधिकांश समय खेलने, सजने-संवरने और अन्य सामाजिक गतिविधियों में बिताते हैं। लंगूर परिवार के सदस्य हमेशा खतरे को भांपते रहते हैं और तुरंत अपने प्रियजनों की रक्षा के लिए दौड़ पड़ते हैं।

जानवरों के प्रति क्रूरता या उनसे जुड़ी आपात स्थिति की रिपोर्ट करने के लिए, कृपया PETA इंडिया को 9820122602 पर कॉल करें। 

PETA इंडिया जो इस सिद्धांत में विश्वास रखता है कि “पशु हमारा दुर्व्यवहार सहने के लिए नहीं हैं”, प्रजातिवाद का विरोध करता है। प्रजातिवाद एक ऐसी धारणा है जिसके तहत इंसान स्वयं को इस संसार में सर्वोपरि मानकर अन्य प्रजातियों का शोषण करना अपना अधिकार समझता है। अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट PETAIndia.com पर जाएँ और हमें X (पहले Twitter)Facebook, तथा Instagram पर फॉलो करें।

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