PETA इंडिया की शिकायत के बाद नवी मुंबई पुलिस ने जादूगर से दो कबूतर और तीन गोल्डफ़िश जब्त की
नवी मुंबई – इस सप्ताह, नवी मुंबई पुलिस ने पीपुल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA), इंडिया के साथ मिलकर जानवरों को अवैध रूप से प्रदर्शन करने के लिए मजबूर करने और पक्षियों को उड़ने से रोकने के लिए जबरन उनके पर कुतरने वाले शैलेश रमेश नामक एक जादूगर के पास से छापेमारी कर दो कबूतर और तीन गोल्डफ़िश मछलियों को जब्त की। बचाए गए सभी पक्षियों को एक सुरक्षित, विशाल बाड़े में स्थानांतरित कर दिया गया है, और गोल्डफ़िश को एक पशुचिकित्सक द्वारा गोद ले लिया गया है एवं अब वे अपना जीवन एक बड़े से टैंक में अन्य मछलियों की संगत में शांतिपूर्ण ढंग से व्यतीत कर पाएंगी।
PETA इंडिया ने जादूगर के खिलाफ नेरुल पुलिस स्टेशन में एक औपचारिक शिकायत दर्ज कराई थी, क्योंकि इसके पास जानवरों को प्रदर्शन हेतु इस्तेमाल करने के लिए वैध पंजीकरण प्रमाण पत्र नहीं था और यह जानवरों को अपंजीकृत करतब दिखाने के लिए मजबूर कर रहा था। जानवरों को अवैध रूप से उपयोग करने के कानूनी परिणामों के बारे में चेतावनी दिए जाने के बाद, जादूगर ने स्वेच्छा से उन्हें PETA इंडिया को सौंप दिया ताकि इन सभी पशुओं की चिकित्सकीय देखभाल की जा सकें और इन्हें पुनर्वासित किया जा सकें।
PETA इंडिया की क्रूएल्टी रिस्पोंस कोऑर्डिनटोर सलोनी सकरिया ने कहा, “आज के समय में, बच्चों तक को यह पता है कि जादू जैसे मनोरंजन कार्यक्रमों में पशुओं का उपयोग क्रूरतापूर्ण है। यदि जादूगर आज के युग में भी जादू की कला को सुचारू रखना चाहते हैं, तो उन्हें आधुनिकीकरण का रास्ता अपनाना होगा और जादूगरी सरीखे कार्यक्रमों में जानवरों का इस्तेमाल बंद करना पड़ेगा। PETA इंडिया जानवरों को बचाने की तत्काल कार्रवाई करने के लिए नवी मुंबई पुलिस की सराहना करता है।”
भारतीय जीव-जन्तु कल्याण बोर्ड (AWBI) पशु क्रूरता निवारण अधिनियम, 1960 के तहत सरकारी निकाय है, जो देश में प्रदर्शनों हेतु जानवरों के उपयोग को नियंत्रित करता है। इस जादूगर ने जानवरों व जानवरों से कराए जाने वाले करतबों को AWBI के साथ पंजीकृत नहीं किया था।
PETA इंडिया इस सिद्धान्त के तहत कार्य करता है कि, “जानवर किसी भी तरह से हमारा दुर्व्यवहार सहने के लिए नहीं हैं”, प्रजातिवाद का विरोध करता है। प्रजातिवाद एक ऐसी धारणा है जिसके तहत इंसान स्वयं को इस संसार में सर्वोपरि मानकर अन्य प्रजातियों का शोषण करना अपना अधिकार समझता है। अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट PETAIndia.com पर जाएँ और हमें X (पहले Twitter), Facebook, तथा Instagram पर फॉलो करें।
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