PETA इंडिया से मिली जानकारी के आधार पर ऑरंगुटन (विदेशी प्रजाति का बंदर) के अवैध व्यापार के मामले में दो संदिग्धों से पूछताछ

तत्काल प्रकाशन हेतु

27 August 2020

Contact:

Hiraj Laljani ; [email protected]

Monica Chopra; [email protected]

PETA समूह द्वारा ऑरंगुटन  की जानकारी देने वाले को एक लाख रुपये इनाम देने की घोषणा की गयी थी। उसी के आधार पर सूचना मिली थी।

मुंबई- कल, मुंबई में ऑरंगुटन के बारे में जानकारी देने वाले को लाख रुपये इनाम की घोषणा किए जाने के बाद, PETA इंडिया को ऑरंगुटन के स्थान के बारे में जानकारी मिली जिसे PETA इंडिया ने महाराष्ट्र वन विभाग के साथ सांझा किया। इसके परिणाम स्वरूप मुंबई के मदनपुरा इलाके से शक के आधार पर दो संदिग्धों को हिरासत में लेकर उनसे पूछताश की है। इनमे से एक संदिग्ध ने अपने फोन से ऑरंगुटन व तोतों की तस्वीरें एवं वीडियो इन्स्टाग्राम पर उपलोड की थी, इन तसवीरों व वीडियो को भी उनके फोन से प्राप्त कर लिया गया है। संदिग्ध के फोन से प्राप्त डाटा मे एक वीडियो में कुछ लोग इस जानवर के साथ दुर्व्यवहार करते नजर आ रहे हैं।

वन अधिकारियों ने संदिग्ध के घर पर अवैध रूप से पिंजरों में कैद दो तोतों का रेसक्यू किया है व अभियुक्त के खिलाफ वन्यजीव संरक्षण कानून 1972 के सेक्शन 9, 34, 48 तथा 51 के तहत प्रारम्भिक अपराध रिपोर्ट दर्ज कर ली है। वन विभाग के अधिकारी एवं पुलिस ऑरंगुटन की तलाश कर रहे हैं। PETA इंडिया ने भी नागपाड़ा पुलिस स्टेशन में शिकायत दर्ज करवाकर अभियुक्त के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 269 व 289 के तथा पशु क्रूरता निवारण अधिनियम 1960 के सेक्शन 11(1) (ए) 11 (1)(सी) के तहत प्रारम्भिक अपराध रिपोर्ट दर्ज करने का अनुरोध किया है।

संदिग्धों द्वारा ऑरंगुटन व तोतों के साथ ली गयी तस्वीरों एवं वीडियो को यहाँ से देखा जा सकता है।

PETA इंडिया की पशु चिकित्सा मैनेजर डॉ. रश्मि गोखले कहती हैं- “इन्सानों के मनोरजन हेतु शोषण का शिकार होने से ज्यादा जरूरी है कि यह स्मार्ट एवं सोशल ऑरंगुटन अपने देश में वापिस जाकर अपनी प्रजाति के दोस्तों के बीच रहे। किसी भी व्यक्ति को अगर इस ऑरंगुटन के बारे में कोई जानकारी हो तो कृपया PETA इंडिया की हेल्पलाइन नंबर +91 9820122602 या फिर [email protected] पर ईमेल करके हमें तुरंत सूचना दें। आग्रह करने पर जानकारी देने वाले की पहचान गुप्त रखी जाएगी।“

दिनांक 7 जुलाई 2020 को PETA इंडिया के पशु चिकित्सक एवं वन विभाग की टीम के द्वारा अग्रिपाड़ा में एक संदिग्ध के घर की जांच करने से खुलासा हुआ की उनके घर पर एक ऑरंगुटन का एक बच्चा है लेकिन बाद में वह जानवर समेत फरार हो गए। PETA इंडिया को वहाँ पर ऑरंगुटन के बच्चे को रखे जाने की खबर बांद्रा में स्थित एक परिवार से प्राप्त हुई जिसे कुछ समय के लिए नन्हें ऑरंगुटन को अपने घर पर रखने के लिए दिया गया था व उन्होने उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया पर उपलोड की थी। वन विभाग द्वारा की गयी जांच में पाया गया की ऑरंगुटन को उसके मूल देश से स्वीकृति लिए बिना,  विदेश व्यापार के महासचिव से आयात परमिट, पशु संगरोध एवं प्रमाणन सेवा की ओर से जरूरी अनुमति तथा कस्टम विभाग से अनुमति लिए बिना अवैध तरीकों से भारत लाया गया है। PETA इंडिया ने वन्यजीव अपराध नियंत्रण ब्यूरो के पास इस मामले की शिकायत दर्ज कारवाई थी।

ऑरंगुटन इन्डोनेशिया और मलेशिया की एक बंदर प्रजाति है जो “वन्यजीवों एवं वनस्पतियों की लुप्तप्राय प्रजातियों के अंतराष्ट्रीय व्यापार” के परिशिष्ठ 1 के तहत सूचीबद्ध है व इनका व्यापार प्रतिबंधित है।

PETA इंडिया जो इस सिद्धांत के तहत काम करता है कि “जानवर किसी भी तरह से हमारा दुर्व्यवहार सहने के लिए नहीं है”, प्रजातिवाद का विरोध करता है क्यूंकि यह मनुष्य की खुद को दुनिया में सर्वश्रेष्ठ मानने वाली सोच है। अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाईट PETAIndia.com. पर जाएँ।

#