रायपुर के MBBS छात्र को PETA इंडिया का ‘वॉलंटियर ऑफ द ईयर’ अवार्ड

For Immediate Release:

04 December 2024

Contact:  

Atharva Deshmukh; [email protected] 

Hiraj Laljani; [email protected] 

रायपुर— ‘अंतर्राष्ट्रीय वॉलंटियर डे’ (5 दिसंबर) के अवसर पर पीपल फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (PETA) इंडिया द्वारा बिहार के ‘लॉर्ड बुद्धा कोशी मेडिकल कॉलेज’ के MBBS छात्र और रायपुर के मूल निवासी ऋषभ वर्मा को वर्ष 2024 के ‘वॉलंटियर ऑफ द ईयर’ अवार्ड से नवाजा गया है।

 ऋषभ वर्मा वीगन जीवनशैली जीते हैं उन्होंने वर्ष 2022 से PETA इंडिया के साथ स्वयं सेवक के रूप मेंन जुड़े हुए हैं और हर उचित मौके पर पशुओं के हित में आवाज़ उठाते हैं जैसे यूथ आउटरीच कार्यक्रमों का आयोजन करना और स्ट्रीट-थिएटर-स्टाइल के प्रदर्शनों में भाग लेना शामिल है। उन्होंने बहुत से पशु क्रूरता से संबंधित मामलों में भी उचित कार्रवाही की है और ऐसे ही एक मामले में, वन अधिकारियों को एक रेस्तरां में प्लास्टिक के जार में रखे कछुए को जब्त करने के लिए राजी किया। उन्होंने अपने कॉलेज परिसर में सामुदायिक कुत्तों की एक निजी पशुचिकित्सक की मदद से नसबंदी करवाई और फिर अपने हॉस्टल के कमरे में उसकी तब तक देखभाल की जब तक वह पूरी तरह से स्वस्थ नहीं हो गए। वह हर मौके पर पशु अधिकारों और वीगन जीवनशैली का प्रचार-प्रसार करते हैं। अपने इसी दयालु और संवेदनशील स्वभाव के चलते वह ‘लूना’ नामक एक सामुदायिक कुत्ते की देखरेख भी करते है।

PETA इंडिया के कैंपेन कोर्डिनेटर अथर्व देशमुख ने कहा, “PETA इंडिया के प्रिय समर्थक और स्वयं सेवक ऋषभ वर्मा हमेशा पशुओं की सुरक्षा के लिए तत्पर रहते हैं फिर चाहे अपने परिवारजनों और दोस्तों को मांस एवं डेयरी का त्याग करने के लिए प्रेरित करना हो या शोषित पशुओं का जीवन बचाने के लिए तुरंत कार्रवाही करना। हमें ऋषभ को पुरस्कृत करके बहुत खुशी हो रही है जिनका पूरा जीवन इस दुनिया को पशुओं के लिए अधिक दयालु बनाने और उन्हें उचित सम्मान दिलाने के लिए समर्पित है।“

PETA इंडिया अपने “वॉलंटियर ऑफ द ईयर” अवार्ड के माध्यम से हर साल एक ऐसे बेहतरीन स्वयं सेवक को पुरस्कृत करता है जिसने पशुओं की बेहतरी में अपना अहम योगदान दिया है। यह अवार्ड उनकी निष्ठा और समर्पण का प्रतीक है और अन्य लोगों को भी पशु संरक्षण की दयालु पहल से जुड़ने के लिए प्रोत्साहित करता है जिससे इस दुनिया को सभी सजीव प्राणियों के लिए एक बेहतर स्थान बनाया जा सके।

PETA इंडिया जो इस सिद्धांत में विश्वास रखता है कि “पशु इंसानों का दुर्व्यवहार सहने के लिए नहीं हैं”, प्रजातिवाद का विरोध करता है। प्रजातिवाद एक ऐसी धारणा है जिसके तहत इंसान स्वयं को इस संसार में सर्वोपरि मानकर, अपनी जरूरतों के अनुसार अन्य प्रजातियों का इस्तेमाल एवं शोषण करता है। अधिक जानकारी के लिए हमारी वेबसाइट PETAIndia.com पर जाएँ और हमें XFacebook, Facebook हिन्दी, तथा Instagram पर फॉलो करें।

 #