‘विश्व हाथी दिवस’ के अवसर पर PETA इंडिया द्वारा प्रकाशित विज्ञापन में सान्या मल्होत्रा ‘चोटिल’ नज़र आई
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11 August 2021
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मुंबई- हाल ही में Netflix की ‘पगलैट’ नामक ब्लैक कॉमेडी फिल्म में अपने बेहतरीन अभिनय का लोहा मनवाने वाली अभिनेत्री सान्या मल्होत्रा ने ‘विश्व हाथी दिवस’ (12 अगस्त) के अवसर पर PETA इंडिया के एक विज्ञापन अभियान में भाग लिया। इस विज्ञापन में सान्या के चेहरे पर प्रतीकात्मक रूप से अंकुश ( हाथियों को नियंत्रित करने के लिए इस्तेमाल किया जाने वाला एक उपकरण) से बना एक भयानक घाव नज़र आया। इस विज्ञापन के द्वारा सान्या ने अपने प्रशंसकों से हाथीसवारी का त्याग कर जानवरों को इस गहन पीड़ा से छुटकारा दिलाने की मांग करी। इस अभियान को बेहतरीन फोटोग्राफर तारास तारापोरवाला द्वारा शूट किया गया और सान्या का हेयरस्टाइल और मेकअप नताशा मथियास द्वारा किया गया।
इस विज्ञापन अभियान के पोस्टर और वीडियो साक्षात्कार की तस्वीरे एवं विडियो मांगे जाने पर उपलब्ध करवाए जाएंगे।
अभिनेत्री सान्या मल्होत्रा ने कहा, “मैं पर्दे पर अभिनय या डांस इसलिए करती हूँ क्योंकि ऐसा करके मुझे आत्मसंतोष और खुशी मिलती है लेकिन ‘हाथीसवारी’ हेतु इस्तेमाल किए जाने वाले हाथियों के पास कोई अन्य विकल्प नहीं होता। उन्हें तक तब मारा जाता है जब तक वह पूरी तरह से आदेश मानने के लिए तैयार न हो जाए और यह जीवनभर के लिए अपने परिवारों से नहीं मिल पाते।”
अक्सर, महज़ 2 वर्ष की उम्र के छोटे हाथियों को उनकी माताओं से छीनकर, रस्सियों व भारी जंजीरों की मदद से पेड़ो के साथ बांधा जाता है जिससे उनके पैरों में ज़ख्म बन जाते है या फिर ‘क्राल’ नामक लकड़ी के पिंजरों में बंदी बनाकर रखा जाता है। इसके बाद इन हाथियों के साथ बर्बरता का दौर शुरू होता है जब प्रशिक्षक इन बंदी हाथियों को तब तक नियमित रूप से नुकीले हथियार व अंकुशों से यातनाएं देते रहते हैं जब तक कि उनके अंदर विरोध करने व लड़ने का साहस समाप्त नहीं हो जाता। प्रशिक्षक इन हाथियों को नुकीले व धारदार औजारों से क्रूर यतनाएं देकर प्रताड़ित करते रहते हैं जैसा कि सान्या मल्होत्रा द्वारा इस विज्ञापन में प्रदर्शित किया गया है।
सान्या मल्होत्रा अक्सर हिंदी फिल्मों में दिखाई देती हैं और हाल ही में वह ‘शकुंतला देवी’ और ‘लूडो’ में महत्वपूर्ण किरदारों में नजर आयी थी। ‘मीनाक्षी सुंदरेश्वर’ और ‘लव हॉस्टल’ उनकी 2021 में आने वाली कुछ मुख्य फिल्में हैं।
PETA इंडिया जो इस सिद्धांत में विश्वास रखता है कि “जानवर हमारे मनोरंजन हेतु इस्तेमाल होने के लिए नहीं है”, प्रजातिवाद का विरोध करता है। प्रजातिवाद एक ऐसी विचारधार है जिसमे इंसान स्वयं को इस दुनिया में सर्वोपरि मानकर अपने फायदे के लिए अन्य प्रजातियों का शोषण करना अपना अधिकार समझता है। अधिक जानकारी के लिए कृपया हमारी वेबसाईट PETAIndia.com पर जाएँ और Twitter, Facebook, या Instagram पर हमें फॉलो करें।
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